
11 फरवरी 2024 को सिंघु सीमा से पूरी तरह से वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी। कंटीले तार सीमेंट के जर्सी बैरियर बैरिकेड्स से सीमा सील होने से पैदल यात्रियों का भी एक ओर से दूसरे ओर तक पहुंचना मुश्किल हो गया था। 27 फरवरी 2024 को सिंघु बॉर्डर स्थित दोनों सर्विस रोड को वाहनों के आवाजाही के लिए खोल दिया गया था।
दिल्ली। हरियाणा से सटे पंजाब के शंभू व खनौरी बॉर्डर के खुलने के बाद अब सिंघु बॉर्डर से भी अवरोध हटाने शुरू हो गए। किसानों के दिल्ली कूच एलान को लेकर करीब 13 महीने पहले वाहनों की आवाजाही के लिए बंद किए गए सिंघु बॉर्डर स्थित दोनों कैरिज वे को अब पूरी तरह से खोलने का काम बृहस्पतिवार से शुरू हो गया।
हालांकि इस कैरिज वे के दोनों तरफ के दो-दो लेन व सर्विस लेन को 27 फरवरी 2024 को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया था। बाहरी-उत्तरी जिला के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कैरिज-वे के बाकी बचे हिस्से से सीमेंट के जर्सी बैरीयर को हटाने का काम अगले तीन से चार दिनों में पूरा हो जाए।
11 फरवरी 2024 को सिंघू बॉर्डर को बंद किया गया था
11 फरवरी 2024 को सिंघु सीमा से पूरी तरह से वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई। कंटीले तार, सीमेंट के जर्सी बैरियर, बैरिकेड्स से सीमा सील होने से पैदल यात्रियों का भी एक ओर से दूसरे ओर तक पहुंचना मुश्किल हो गया था। 27 फरवरी 2024 को सिंघु बॉर्डर स्थित दोनों सर्विस रोड को वाहनों के आवाजाही के लिए खोल दिया गया था। लेकिन यहां स्थित कैरिज-वे के दोनों तरफ के दो-दो लेन ही खोले गए थे। दो-दो लेन तभी से बंद पड़े थे।
वाहन चालकों को निकलने में हो रही थी परेशानी
जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सिंघु बॉर्डर पर अर्थमूवर से जर्सी बैरियर हटाए जा रहे हैं। एनएचएआई की ओर से भी काफी संख्या में यहां कर्मचारी जर्सी बैरियर हटाने में लगे हैं। बीते एक वर्ष से जर्सी बैरियर लगे होने के कारण यहां से वाहन चालकों को निकलने में परेशानी होती थी। पिक आवर्स में यहां लंबा जाम लग जाता था। इसको लेकर स्थानीय लोग काफी विरोध कर रहे थे। अब इस कार्य के शुरू होने से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है।
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