कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्रीय गृहमंत्री के राज्य सभा के भाषण को आपत्तिजनक बताया है। खरगे ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री ने गलत बयान दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है। खरगे ने कहा कि पीएम मोगी गृहमंत्री को बर्खास्त करना चाहिए। खरगे ने कहा कि अमित शाह को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संविधान पर बहस के दौरान राज्यसभा में केंद्रीय गृहमंत्री के भाषण को आपत्तिजनक बताया है। खरगे ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री ने गलत बयान दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है। खरगे ने कहा कि पीएम मोगी गृहमंत्री को बर्खास्त करना चाहिए। खरगे ने कहा कि अमित शाह को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
बता दें कि संविधान पर बहस के दौरान राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री के भाषण पर राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "ये लोग संविधान में विश्वास नहीं करते। वे मनुस्मृति की बात करते हैं। पीएम मोदी ने अमित शाह का बचाव करने के लिए 6 ट्वीट किए। इसकी क्या जरूरत थी? अगर कोई बीआर अंबेडकर के बारे में गलत कहता है, तो उसे कैबिनेट से हटा दिया जाना चाहिए। लेकिन वे दोस्त हैं और एक-दूसरे के पापों का समर्थन कर रहे हैं।"
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल, कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि संविधान पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी दिखाती हैं कि भाजपा और आरएसएस के नेता बीआर आंबेडकर से कितनी नफरत करते हैं। पार्टी ने मांग की कि शाह अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगें
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग मनुस्मृति में विश्वास करते हैं वे निश्चित रूप से आंबेडकर से असहमत होंगे। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शाह के राज्यसभा में भाषण के अंश एक्स पर साझा किए।
इसमें शाह विपक्ष पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं, 'अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर.. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।'
जयराम ने अपनी पोस्ट में कहा, 'नफरत इतनी है कि उन्हें बाबा साहब के नाम से भी चिढ़ होती है। ये वही लोग हैं जिनके पूर्वज बाबा साहब के पुतले जलाते थे, जो खुद बाबा साहब द्वारा दिए गए संविधान को बदलने की बात करते थे।'' उन्होंने कहा, ''शर्मनाक! अमित शाह को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।''
राज्यसभा में अमित शाह ने दिया था संबोधन
कांग्रेस के लिए संविधान का अर्थ सिर्फ इतना था कि सत्ता में बने रहने के लिए जब चाहो संशोधन कर दो। तुष्टीकरण की शुरूआत भी इसीलिए हुई थी। तीखे स्वर में उन्होंने कांग्रेस से कहा- यदि कांग्रेस आज मुस्लिम पर्सनल लॉ का समर्थन कर रही है तो फिर पूरा शरीया ही क्यों नहीं दे दिया। निकाह और वारिस के लिए पर्सनल लॉ चाहिए तो अपराध में क्यों नहीं? अपराध करने पर पत्थर मारोगे, सूली पर चढ़ाओगे?
शाह ने कहा कि भाजपा ने जब कभी संशोधन किया तो देश के लिए किया। उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने मॉडल यूसीसी बनाया है। इसकी विशेषज्ञों द्वारा समीक्षा के बाद भाजपा सरकार इसे सभी राज्यों में लागू करेगी।
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