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वन नेशन-वन इलेक्शन से जुड़े बिल को लोकसभा में पेश करने के तुरंत बाद ही जेपीसी के पास चर्चा के लिए भेज दिया गया है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला जेपीसी का गठन करेंगे। कांग्रेस की तरफ से जेपीसी के लिए प्रियंका गांधी का नाम आगे किया गया है। उनके साथ मनीष तिवारी सुखदेव भगत और रणदीप सुरजेवाला को भी पार्टी जेपीसी में शामिल करना चाहती है।

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वन नेशन-वन इलेक्शन बिल पर बनी जेपीसी का हिस्सा हो सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक, उनके साथ कांग्रेस के मनीष तिवारी, सुखदेव भगत और रणदीप सुरजेवाला भी जेपीसी में शामिल हो सकते हैं।

आपको बता दें कि मंगलवार को लोकसभा में एक देश-एक चुनाव से जुड़ा बिल संसद में पेश किया गया था। लेकिन फिर इसे जेपीसी को भेज दिया गया।

विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हुए बिल को संघीय ढांचे की मूल भावना के खिलाफ बताया था। संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने बिल को अंसवैधानिक बताया था। उन्होंने कहा था कि यह संघीय ढांचे के खिलाफ है और हम इसका विरोध करते हैं।'

बिल पर सहमति चाहती है सरकार

केंद्र सरकार वन नेशन-वन इलेक्शन बिल पर विपक्ष के साथ सहमति बनाना चाहती है। यही वजह है कि बिल को चर्चा के लिए जेपीसी के पास भेजा गया है। लोकसभा में बिल को पेश करने के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग हुई।

इस दौरान बिल के पक्ष में 220 और विपक्ष में 149 वोट पड़े। विपक्ष के विरोध के बाद दोबारा पर्ची से मतदान कराया गया। इस बार बिल के पक्ष में 269 वोट और विपक्ष में 198 वोट पड़े थे।

सरकार के पास नहीं है संख्या बल

संविधान संशोधन बिल के लिए संसद में दो तिहाई बहुमत की जरूरत पड़ती है। अभी लोकसभा में 543 सांसद हैं। ऐसे में बिल को पास कराने के लिए 362 सांसदों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी। लेकिन एनडीए के पास महज 292 सीटें हैं।

वहीं राज्यसभा में दो तिहाई बहुमत के लिए 164 सांसदों की जरूरत होगी। यहां भी एनडीए के पास 112 सांसद ही हैं।

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