बरेली समाचार
बरेली 19 नवम्बर, 2024: मंडल चिकित्सालय, इज्जतनगर के बहिरंग विभाग में मधुमेह पर गोष्ठी एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. यू.एस. नाग के दिशा-निर्देश पर मधुमेह शिविर का आयोजन चित्रों एवं पैम्पलेट के माध्यम से किया गया।
मधुमेह के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. यू.एस. नाग ने मधुमेह रोग, इसके इतिहास, प्रकार, कारण, लक्षण, बचाव और उपचार के बारे विस्तार पूर्वक समझाया। उन्होंने बताया कि इंसुलिन नामक हार्माेन की कमी या इसकी कार्यक्षमता में कमी आने से मधुमेह रोग हो जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्वेक्षण के अनुसार आने वाले वर्षों में भारत में दुनिया के सबसे अधिक मधुमेह रोगी होंगे। इस रोग के प्रमुख लक्षण वजन में कमी आना, अधिक भूख-प्यास व मूत्र लगना, थकान, पिंडलियों में दर्द, बार-बार संक्रमण होना या देरी से घाव भरना, हाथ पैरों में झुन-झुनाहट आदि हैं। मोटे व्यक्तियों, उच्च रक्तचाप के रोगियों, शहरी जीवन शैली और कम शारीरिक श्रम करने वालों को मधुमेह रोग की सम्भावना अधिक रहती है। यह बीमारी वंशानुगत भी हो सकती है। उन्होंने आगे बताया कि अब इस रोग के उपचार की नई विधियाँ विकसित हो रही हैं। उन्होंने आगे बताया कि अपने ब्लड ग्लूकोज की नियमित रूप से जाँच करानी चाहिए। संतुलित आहार लेना चाहिए और दवा या इंसुलिन का प्रयोग नियमित रूप से करना चाहिए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने ग्लूकोमीटर से अपने खून की जाँच कराई।
गोष्ठी में सहायक मंडल चिकित्सा अधिकारी डा. विनिथा शर्मा तथा अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. मनोहर ने विस्तार से लोगों को मधुमेह के बारे में बताया। इस गोष्ठी में मंडल चिकित्सालय के वरिष्ट मंडल चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशुतोष शंखधर, मंडल चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सचिन श्रीवास्तव, डॉ.नेहा सक्सैना, डाॅ. ऋषभ गाबा, डाॅ. विदुषी, डॉ. यूसरा हसन एवं अन्य समस्त चिकित्सक, पैरामेडीकल स्टाफ तथा चिकित्सालय में उपस्थित अन्तरंग एवं वाहृय विभाग के रोगी एवं उनके परिजन उपस्थित थे। इस गोष्ठी एवं शिविर में 140 रेल कर्मचारियों एवं उनके परिजनों ने लाभ उठाया। शिविर में ब्लड शुगर की जाँच भी की गई।
- Log in to post comments