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उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में एक ऐसी वारदात सामने आई है जिसे जानकर आपके पैरों के नीचे से जमीन खिसक जाएगी। वाराणसी में एक युवक ने खुद के अपहरण की साजिश रची और अपने ही घरवालों से फिरौती मांगी। शेयर बाजार में हुए नुकसान से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने उसे हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया है।

वाराणसी। शेयर बाजार में हुए नुकसान के परेशान जैतपुरा के डिगिया निवासी अमन जायसवाल ने खुद अपने अपहरण की कहानी रची और लापता हो गया। उसकी एक गलती से पुलिस को उसके ठिकाने का पता चल गया और उसे हरियाणा के गुरुग्राम से पकड़कर वाराणसी ले आई

एडीसीपी काशी जोन सवरणन टी ने बताया कि बिल्डिंग मैटेरियल का कारोबार करने वाले सतीश जायसवाल का 25 वर्षीय बेटा अमन मंगलवार को संदिग्ध परिस्थिति में घर से लापता हो गया था। अगले दिन पिता के मोबाइल पर अनजान नंबर के व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने अमन के अपहरण की बात करते कहते हुए 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी।

इस मामले की सूचना स्वजन ने पुलिस को दी। मामले की जांच कर रहे जैतपुर थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा ने क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच किया तो अमन ऑटो में बैठकर अकेले जाते दिखा। इससे उनका शक गहराया और उन्होंने उसके मोबाइल लोकेशन और जिस नंबर से वाट्सएप कॉल आई उसकी जांच शुरू कर दिया

पुलिस को पता चला कि काल अमन के ही मोबाइल में दूसरे सिम लगाकर की गई है। उसका लोकेशन गुरुग्राम बता रहा था। जैतपुरा पुलिस तत्परता दिखाते हुए गुरुग्राम पहुंची तो वहां अमन मिल गया। वह अपने दोस्त के घर पर था। पुलिस उसे पकड़कर वाराणसी ले आई और पूछताछ किया।

उसने बताया कि पिता के व्यापार के रुपयों के साथ कई लोगों से मांगकर तीन लाख रुपये शेयर मार्केट में लगाया था। जिसमें उसे काफी नुकसान हुआ। उसकी भरपाई के लिए दोस्त के पिता की बीमारी का बहाना बनाकर घर वालों से रुपये मांगे थे लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।

इसके बाद उसने अपने अपहरण की साजिश रची। वाराणसी से अपने दोस्त के पास गुरुग्राम पहुंच गया। नया सिम लेकर अपने मोबाइल में लगाकर स्वजन को कॉल किया। उसकी इस गलती से ही पुलिस को उसका पता मिल गया। फोन का लोकेशन मिलने के बाद उसे पकड़ लिया

धोखाधड़ी करने के आरोपित पर मुकदमा

चितईपुर थाना क्षेत्र के साई स्वरूप अपार्टमेंट नेवादा सुन्दरपुर में रहने वाले हृदय नारायण पांडेय का आरोप है कि 2019 में खुलासपुर (लोहता) निवासी प्रमोद कुमार सिंह भदवर रोहनिया में एक जमीन बेचने की बात कह कर रजिस्टर्ड एग्रीमेंट किया था। जिसके लिए प्रमोद सिंह को 12.95 लाख (चार लाख रुपये का चेक और शेष नकद) रुपये दिये थे। 2022 में पता चला कि प्रमोद सिंह ने उस जमीन को अन्य को बेच दिया।