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दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं अपने काम के आधार पर वोट मांग रही हूं लेकिन कुछ लोग मेरे पिता को गाली दे रहे हैं। उन्होंने वोटर लिस्ट से लोगों के नाम काटे जाने पर भी सवाल उठाए। आतिशी ने कहा कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में वोटर लिस्ट में बड़ा घपला सामने आया है।

नई दिल्ली। दिल्ली की सीएम आतिशी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी के विवादित बयान को लेकर प्रतिक्रिया दी। वह इस दौरान भावुक भी हो गईं। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली चुनाव में अपने काम के आधार पर वोट मांग रही हूं लेकिन कुछ लोग मेरे बुजुर्ग पिता को गाली दे रहे हैं।

सीएम आतिशी ने कहा, "मैं रमेश बिधूड़ी जी से कहना चाहूंगा। मेरे पिताजी जीवनभर शिक्षक रहे हैं। उन्होंने दिल्ली के हजारों गरीब और मध्यम वर्ग के परिवार के बच्चों को पढ़ाया। आज वे 80 साल के हैं। वो इतने बीमार रहते हैं कि बिना सहारे के चल नहीं पाते हैं। आप चुनाव के लिए इतनी घटिया हरकत करेंगे कि ऐसे बुजुर्ग व्यक्ति को गालियां देने पर उतर आएंगे।"

उन्होंने कहा, "इस देश की राजनीति इतनी घटिया स्तर तक गिर सकती है, मैं सोच नहीं सकती। बिधूड़ी 10 साल तक दक्षिणी दिल्ली के लोगों के लिए क्या काम किया? वो अपने काम के आधार वोट मांगे। मेरे बुजुर्ग पिताजी को गालियां देकर वोट मांग रहे हैं। यह दुख की बात है।"

बिधूड़ी ने रैली में दिया था आपत्तिजनक बयान 

बता दें, कालकाजी सीट से बीजेपी उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी ने एक रैली में कहा था कि आतिशी ने बाप बदल लिया। पहले ये मार्लेना थीं, अब सिंह हो गई। इनके माता-पिता ने नौजवानों की हत्या करने के दोषी अफजल गुरु की फांसी की माफी मांगी।" इसके साथ ही उन्होंने संजय सिंह को ब्लैकिया भी कहा था।

वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने पर आतिशी ने उठाए सवाल

सीएम आतिशी ने वोटर लिस्ट से लोगों के नाम काटने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में वोटर लिस्ट के नाम पर एक बहुत घपला सामने आया है। यहां चौंकाने वाली स्थिति यह है कि निर्वाचन आयोग द्वारा समरी रिवीजन की लिस्ट तैयार करने के बाद अचानक बड़ी संख्या में नए वोट जुड़वाने के आवेदन आ जाते हैं और तमाम वोट कटवाने के लिए भी आवेदन आते हैं।

वोट काटने के बड़े स्तर पर आवेदन हुए: सीएम आतिशी

2 दिसंबर से 2 जनवरी तक 10000 से अधिक वोट जुड़वाने के लिए आवेदन आए हैं। एक लाख वोटों में अगर 10000 रिपोर्ट जोड़ दिए जाएंगे तो किसी दल विशेष को लाभ पहुंचाने का मामला दिखता है। इससे साफ है कि गलत तरीके से वोट जोड़ने का खेल चल रहा है। इसी तरह 9 अक्टूबर से लेकर 2 जनवरी तक वोट काटने के भी बड़े स्तर पर आवेदन किए गए हैं।

6000 वोट काटने के आवेदन सामने आए: CM आतिशी

उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर इस दौरान 6000 वोट काटने के आवेदन सामने आए हैं। यहां सवाल यह है कि कौन लोग हैं जो चुनाव आयोग की समरी रिवीजन के बाद वोट कटवाने और वोट जुड़वाने के लिए आवेदन कर रहे हैं। इससे साफ है कि वोट काटने की भी गलत तरीके से साजिश हो रही है। 

84 लोगों ने 4000 वोट कटवाने के लिए दिए आवेदन: CM आतिशी

उन्होंने कहा कि जो वोट काटने के आवेदन आए हैं, इसमें से 4000 वोट काटने के आवेदन 84 लोगों ने ही किए हैं। सवाल यह है यह कौन लोग हैं, जो वोट कटवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं। इनका उसमें क्या हित है। यहां यह बात भी सामने आ रही है कि चुनाव आयोग ने जब इन वोट काटने के लिए आवेदन करने वाले इन 84 लोगों को बुलाया और पूछताछ की तो इन लोगों ने वोट काटने के आवेदन के बारे में हाथ खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने वोट काटने के लिए कोई आवेदन नहीं किया है।

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