आगरा के लोगों के लिए साल 2023 कई सौगातें लेकर आ रहा है। इस साल शहर की कई बड़ी परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी जिससे लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी। उत्तरी बाइपास इनर रिंग रोड का तीसरा चरण और खंदारी रैंप से बिजलीघर चौराहा तक साढ़े चार किमी लंबा भूमिगत मेट्रो ट्रैक इसी साल शुरू हो जाएगा। इन परियोजनाओं के पूरा होने से आगरा के लोगों को काफी राहत मिलेगी।
आगरा। नया साल शहर के लोगों के लिए सौगात लेकर आएगा और लोगों की राह आसान बनाएगा। जी हां! इस साल शहर की कई परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी, जो लोगों को जाम के झाम से मुक्ति दिलाएंगी। इसके साथ ही कई परियोजनाओं पर इस साल काम शुरू हो जाएगा।
आगामी 31 मार्च को उत्तरी बाइपास का निर्माण पूरा हो जाएगा और इस पर वाहन दौड़ेंगे। ऐसे में नेशनल हाईवे-19 में शहरी क्षेत्र से होकर गुजरने वाले वाहनों की संख्या कम हो जाएगी। उत्तरी बाइपास के शुरू होने से रुनकता, सिकंदरा तिराहा सहित अन्य चौराहों पर जाम का झाम कम होगा।
वहीं 31 मई को इनर रिंग रोड के तीसरे चरण का मार्ग पूरा बनने से लखनऊ से ग्वालियर की ओर जाने वाले वाहन बिना शहर में घुसे गुजरेंगे। इससे भी आम लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। वहीं 31 जुलाई को खंदारी रैंप से बिजलीघर चौराहा तक साढ़े चार किमी लंबा भूमिगत मेट्रो ट्रैक शुरू हो जाएगा। इस ट्रैक के शुरू होने से खंदारी से टीडीआइ माल फतेहाबाद पहुंचने में महज 22 मिनट लगेंगे। हालांकि अभी यह दूरी 35 मिनट में तय की जाती है।
उत्तरी बाइपास
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण आगरा खंड (एनएचएआइ) ने डेढ़ साल पूर्व 383 करोड़ रुपये से उत्तरी बाइपास का निर्माण शुरू किया था। यह बाइपास नेशनल हाईवे-19 स्थित रैपुरा जाट से मिडावली हाथरस तक बन रहा है। इसे यमुना एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। बाइपास बनने से हाथरस, अलीगढ़ की ओर जाने वाले वाहन चालकों को काफी आसानी रहेगी। छह लेन का बाइपास 31 मार्च तक बनकर तैयार हो जाएगा
इनर रिंग रोड का तीसरा चरण
यमुना एक्सप्रेसवे को ग्वालियर रोड से जोड़ने के लिए तीन चरण में इनर रिंग रोड बनाई जा रही है। इसके दो चरण बनकर तैयार हो चुके हैं। इसका आठ किमी लंबे मार्ग का तीसरा चरण 31 मई को बनकर तैयार हो जाएगा। इससे देवरी रोड पर वाहनों का दबाव कम होगा। एनएचएआइ आगरा खंड के परियोजना निदेशक संजय वर्मा ने बताया कि किसानों के विरोध के चलते इनर रिंग रोड के तीसरे चरण में दो माह की देरी होगी।
भूमिगत मेट्रो ट्रैक
उप्र मेट्रो रेल कारपोरशन की टीम ने खंदारी रैंप से लेकर एसएन मेडिकल कालेज मैदान तक टनल का कार्य पूरा कर लिया है। ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू होने जा रहा है और यह काम जुलाई में पूरा कर लिया जाएगा। ऐसे में 31 जुलाई से टीडीआइ माल फतेहाबाद से खंदारी रैंप तक मेट्रो संचालन शुरू हो जाएगा। संयुक्त महाप्रबंधक, जनसंपर्क पंचानन मिश्र ने बताया कि यहां काम पूरा होने के बाद मेट्रो की संख्या बढ़ाकर 15 की जाएगी। तीन से पांच मिनट के अंतराल में मेट्रो मिलेगी। उन्होंने बताया कि गत छह मार्च को मेट्रो का संचालन शुरू हुआ था और अब तक 15 लाख यात्री इसमें सफर कर चुके हैं।
मार्च से बनना शुरू होगा खंदौली एक्सप्रेसवे
एनएचएआइ आगरा खंड की टीम मार्च से खंदौली-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू करेगी। 3500 करोड़ रुपये से बनने वाले प्रस्तावित एक्सप्रेस वे दो साल में बनकर तैयार होगा। चार लेन के एक्सप्रेस वे के माध्यम से खंदौली से अलीगढ़ तक की दूरी महज एक घंटे में पूरी की जा सकेगी। इसके लिए अब तक 23 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है।
फरवरी से शुरू होगा ग्वालियर एक्सप्रेसवे का निर्माण
एनएचएआइ ग्वालियर खंड द्वारा 4200 करोड़ रुपये से ग्वालियर एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया जा रहा है। 88 किमी लंबे एक्सप्रेसवे से आगरा से ग्वालियर पहुंचने में महज डेढ़ घंटे का समय लगेगा। इसकी टेंडर प्रक्रिया चल रही है। यह एक्सप्रेसवे तीन तहसीलों सदर, खेरागढ़ और फतेहाबाद से होकर गुजरेगा। इसके लिए 450 किसानों की 165 हेक्टेयर भूमि की खरीद की जाएगी।
रुई की मंडी आरओबी का निर्माण शुरू
रेलवे ने 116 करोड़ रुपये से रुई की मंडी रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) का कार्य चालू कर दिया है। यह आरओबी रुई की मंडी, नगला छऊआ और बारहखंभा रेलवे फाटक को जोड़कर बनेगा। इससे शाहगंज में जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। इसका निर्माण दो साल में पूरा हो जाएगा।
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