पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के कार्यकाल में टीम इंडिया ने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था। जबकि साल 2010 में पहली बार टीम इंडिया टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन बनी थी। 2013 में टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी जो अगले 11 साल तक टीम इंडिया का आखिरी आईसीसी खिताब रहा था। 2024 में टी20 वर्ल्ड कप के साथ इतिहास बदल गया।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार 26 दिसंबर को 92 साल की उम्र में निधन हो गया। मनमोहन सिंह ने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली। देश की कमान संभालने के अलावा पूर्व पीएम का खेल से भी काफी लगावा था। इस लगाव का ही नतीजा था कि उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान के मुकाबले को बेहद खास बनाया था।
उन्होंने कूटनीति का परिचय देते हुए खेल के बहाने पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को खास न्योता दिया और फिर बाकी का काम टीम इंडिया ने कर दिया कर दिया था। साल 2011 में भारत-श्रीलंका और बांग्लादेश की मेजबानी में वनडे वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था। टीम इंडिया और पाकिस्तान ने इस वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और गिलानी।
स्टेडियम में बैठकर देखी पाकिस्तान की हार
मुकाबला मोहाली में होना था। यह तब और रोचक हो गया जब पू्र्व पीएम मनमोहन सिंह ने तत्कालीन पाक प्रधानमंत्री गिलानी को वर्ल्ड कप देखने का न्यौता दिया और उन्होंने इसे कबूल कर लिया। ऐसे में ये मुकाबला अब और हाई-प्रोफाइल हो गया, जो कूटनतिक लिहाज से भी दो देशों की दूरियां कम करने का जरिया बना। मैच से पहले दोनों प्रधानमंत्रियों ने सभी खिलाड़ियों से मुलाकात की और उसके बाद जो एक्शन शुरू हुआ, उसको पूरी दुनिया ने याद रखा।
सचिन तेंदुलकर ने दिया जीत का तोहफ
एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने उम्दा प्रदर्शन करते हुए पीएम मनमोहन सिंह का गर्व से सिर ऊंचा कर दिया। डॉ. मनमोहन सिंह और पाक पीएम बैठकर मैच देख रहे थे और पाकिस्तानी टीम हार की गर्त जा रही थी। टीम इंडिया ने 29 रन से वो मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई। टीम इंडिया की उस जीत के स्टार सचिन तेंदुलकर थे, जिन्होंने धोनी, युवराज सिंह समेत मिलकर पीएम सिंह और पूरे देश को जीत का तोहफा दिया।
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