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झारखंड में बालू माफिया का आतंक समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। पलामू जिले के पाटन थाना क्षेत्र में अवैध बालू खनन को रोकने के लिए खनन विभाग की टीम ने शुक्रवार रात छापेमारी की। लेकिन बालू माफिया ने टीम पर हमला कर दिया जिसमें खान निरीक्षक शुभम कुमार सहित पूरी टीम बाल-बाल बच गई। पुलिस के आने पर हमलावर भाग गए।

मेदिनीनगर:- पलामू जिले के पाटन थाना क्षेत्र के जिंजाेई नदी पर शुक्रवार की रात करीब 11 बजे अवैध बालू का उठाव पर रोक लगाने पहुंची खनन विभाग की टीम पर बालू माफिया ने हमला कर दिया। इस घटना में खान निरीक्षक शुभम कुमार सहित पूरी टीम बाल-बाल बच गई। रात में ही पाटन थाना से अतिरिक्त बल के पहुंचने के बाद हमलावर भाग खड़े हुए।

छापेमारी दल ने मौके से अवैध बालू लोड एक ट्रैक्टर सहित एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार स्थानीय लोगों ने रात करीब 11 बजे नदी के तट पर अवैध बालू लोड तीन ट्रैक्टरों को जब्त कर खनन विभाग को सूचना दी थी।

दर्जनों लोगों ने टीम पर ईंट-पत्थरों से हमला बाेला

इसके आलोक में खान निरीक्षक शुभम कुमार के नेतृत्व में एक टीम मौके पर पहुंचकर जैसे ही जब्ती की कार्रवाई शुरू की, तभी दर्जनों लोगों ने टीम पर ईंट-पत्थरों से हमला बाेल दिया। इससे पहले कि टीम कुछ समझती हमलावर की शह पर दो ट्रैक्टर चालक अपना वाहन लेकर भागने में सफल हो गए।

बाद में छापेमारी दल ने भी हमलावरों के वियद्ध जवाबी कार्रवाई शुरू कर दिया। इस बीच पाटन थाना से अतिरिक्त पुलिस बल के पहुंचने पर सभी हमलावर अंधेरे का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे। जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि उपायुक्त के निर्देश के आलोक में अवैध खनन, भंडारण व परिवहन के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

इसमे स्थानीय लोगों की सूचना पर छापेमारी करने पहुंची टीम पर हमला किया है। इसमें कुछ हमलावरों की पहचान की गई है। पाटन थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्रवाई की जा रही है।

लगातार हुए खून खराबे के बाद भी धड़ल्ले से हो रही बालू की ढुलाई

चक्रधरपुर में लोढ़ाई,गुदड़ी समेत पूरे अनुमंडल में पिछले दो-तीन सप्ताह के खूनी घटनाक्रम के बाद भी बालू माफिया अपने हाथ पीछे करने को तैयार नहीं दिख रहा। एसडीओ चक्रधरपुर श्रुति राजलक्ष्मी द्वारा डीसी के आदेश के बाद पिछले तीन दिनों से बालू माफिया पर प्रतिदिन कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद भी बालू माफिया अपनी करतूतों से बाज आने को तैयार नहीं है।

गुरुवार-शु्क्रवार की रात पुन: गुदड़ी के घाट से अवैध बालू का उत्खनन कर चक्रधरपुर लाए जा रहे थे। जिसे पहले से मुस्तैद एसडीओ श्रुति राजलक्ष्मी ने धर दबोचा। बालू लदे पकड़े गए चार ट्रैक्टरों में से तीन पर नम्बर प्लेट ही नहीं है। जबकि एक ट्रैक्टर पर जेएच 06 के-2065 अंकित है।

सभी ट्रैक्टरों को चक्रधरपुर थाने के सिपुर्द करते हुए खनन विभाग से कार्रवाई के लिए कहा गया है। बताते चलें कि कार्रवाई के बाद भी पोड़ाहाट क्षेत्र के गुदड़ी व गोइलकेरा के कारो नदी के विभिन्न अवैध बालू घाटों से अवैध बालू की ढुलाई पर अंकुश लगता नजर नहीं आ रहा है।

दिन दहाड़े हो रहा अवैध कारोबार

अवैध बालू लदे करीब 50 से अधिक ट्रैक्टर प्रतिदिन कारो नदी के विभिन्न अवैध बालू घाटों से सोनुवा होते हुए चक्रधरपुर जा रहे हैं। यह अवैध कारोबार दिन दहाड़े भी हो रहा है। जिस पर खनन विभाग की नजर नहीं है। अवैध बालू लदे ट्रैक्टरों को रायम, भरडिया, माराश्रम, सेरेंगदा, गुदड़ी घाट से सेरेंगदा, बुरुगुलिकेरा, लोढाई, पोड़ाहाट होते हुए ग्रामीण सड़क पकड़ कर चक्रधरपुर ले जाया जाता है।

कई बार तो अवैध बालू लदे ट्रैक्टर मुख्य सड़क में दौड़ते नजर आते है। इस दौरान चक्रधरपुर मुख्य सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त भी हो जाते हैं। लेकिन, उस पर अब तक कार्रवाई नहीं होता देख ग्रामीण भी आश्चर्यचकित थे। अब जाकर डीसी के आदेश के बाद प्रशासन सक्रियता दिखा रहा है।

यह मामला बालू माफियाओं व खनन विभाग की आपसी मिलीभगत को दर्शा रहा है, जो क्षेत्र में चर्चा का विषय है। यहां बालू के काले खेल में पुलिस प्रशासन तो शामिल था ही, पीएलएफआई भी शामिल हो गई।