
भारत में खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले कई लोगों को गिरफ्तार किया है। ये जासूस सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर से लेकर सुरक्षा गार्ड तक शामिल हैं जो पाकिस्तान को देश की संवेदनशील जानकारी दे रहे थे। राजस्थान महाराष्ट्र दिल्ली हरियाणा उत्तर प्रदेश गुजरात और पंजाब में 15 से अधिक गिरफ्तारियां हुई हैं। इनमें इंजीनियर व्लॉगर सीआरपीएफ जवान और सरकारी कर्मचारी शामिल हैं।
भारत पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष के बाद खुफिया एजेंसियों देश के भीतर कई जासूसों की गिरफ्तारी की है। ये जासूस पाकिस्तान के इशारों पर देश के संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी एजेंट को देते थे।
भारतीय एजेंसियों ने इससे जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर जासूसी का आरोप है। लेकिन सवाल उठता है कि कौन हैं ये लोग और पाकिस्तान को कैसे मदद कर रहे थे।
इस महीने राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात और पंजाब में कम से कम 15 लोगों को हिरासत में लिया गया या गिरफ्तार किया गया। इसमें सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर से लेकर सिक्योरिटी गार्ड तक के नाम शामिल है।
मुंबई में इंजीनियर का हनीट्रैप
महाराष्ट्र एटीएस ने 27 वर्षीय इंजीनियर रविंद्र वर्मा को मुंबई से गिरफ्तार किया। वर्मा नौसेना के जहाजों और पनडुब्बियों से जुड़े काम करते थे। फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल्स "पायल शर्मा" और "इसप्रीत" के जरिए पाकिस्तानी एजेंट्स ने उन्हें जाल में फंसाया। वर्मा ने जहाजों के नक्शे, नाम और शेड्यूल जैसी गोपनीय जानकारी साझा की। वह नवंबर 2024 से इन एजेंट्स के संपर्क में थे।
ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा पर ISI से लिंक का आरोप, दिल्ली में CRPF जवान की गिरफ्तारी
हरियाणा पुलिस ने मशहूर ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को गिरफ्तार किया। उन पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से संपर्क का आरोप है। जांच में उनके फोन और लैपटॉप से 12 टीबी डेटा मिला, जिसमें ISI एजेंट्स के साथ बातचीत के सबूत हैं
ज्योति ने पाकिस्तान की यात्राएं कीं और वहां संदिग्ध लोगों से मिलीं। उनकी सुनवाई जून में होगी। वहीं सीआरपीएफ के जवान मोती राम जाट को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली से गिरफ्तार किया। जाट पर 2023 से पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों को गोपनीय जानकारी देने का आरोप है।
एनआईए के अनुसार, जाट ने पैसे के बदले संवेदनशील जानकारी साझा की। उनकी सोशल मीडिया गतिविधियों से संदेह होने के बाद यह कार्रवाई की गई। जाट 6 जून तक हिरासत में हैं।
गुजरात में स्वास्थ्यकर्मी गिरफ्तार
गुजरात के कच्छ जिले के 28 वर्षीय स्वास्थ्यकर्मी सहदेव सिंह गोहिल को एटीएस ने पकड़ा। गोहिल ने भारतीय वायुसेना और बीएसएफ की संवेदनशील तस्वीरें और वीडियो एक पाकिस्तानी एजेंट को भेजे। वह 2023 से "अदिति भारद्वाज" नाम की फर्जी पहचान वाले एजेंट के संपर्क में थे और 40,000 रुपये का भुगतान भी लिया।
हरियाणा में कई युवकों की गिरफ्तारी, राजस्थान से सरकारी कर्मचारी भी हत्थे चढ़ा
हरियाणा में ISI के लिए भर्ती का नेटवर्क पकड़ा गया। 25 वर्षीय डवेंद्र सिंह ढिल्लों, 24 वर्षीय नौमान इलाही, और नूंह जिले के अरमान और तारिफ को गिरफ्तार किया गया। ये सभी संवेदनशील जानकारी और तस्वीरें पाकिस्तानी एजेंट्स को भेज रहे थे। जैसलमेर के सरकारी कर्मचारी शकूर खान को जासूसी के आरोप में पकड़ा गया। खान ने सात बार पाकिस्तान की यात्रा की थी और उनके डिजिटल डेटा में संदिग्ध लेनदेन मिले। उनकी जांच जारी है।
डिजिटल जासूसी और सिम कार्ड का खेल
दिल्ली पुलिस ने राजस्थान के कासिम को भारतीय सिम कार्ड्स पाकिस्तानी एजेंट्स को देने के आरोप में गिरफ्तार किया। कासिम ने अगस्त 2024 से मार्च 2025 तक पाकिस्तान की यात्राएं कीं। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी कई लोग संवेदनशील जानकारी भेजने के आरोप में पकड़े गए। जांच एजेंसियां इस नेटवर्क को और गहराई से खंगाल रही हैं ताकि भारत की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।
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