Skip to main content

मनिहारान तहसील में एंटी करप्शन टीम ने संग्रह अनुभाग के बड़े बाबू दुर्गा प्रसाद को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। आरोप है कि उन्होंने नौ साल पहले जमा किए गए लोन को खतौनी से हटाने के लिए रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया और आगे की कार्रवाई की है।

रामपुर मनिहारान/सहारनपुर। रामपुर मनिहारान तहसील में संग्रह अनुभाग में बड़े बाबू दुर्गा प्रसाद को एंटी करप्शन टीम ने पांच हजार रुपये रिश्वत लेते दबोच लिया। आरोप है कि नौ साल पुराना लोन जमा करने और बैंक से नोड्यूज लेने के बावजूद बड़ा बाबू दुर्गा प्रसाद उनकी खतौनी से लोन की राशि हटाने के नाम पर रुपये मांग रहा था। पीड़ित की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

एंटी करप्शन थाना प्रभारी जसपाल सिंह ने बताया कि नानौता थाना क्षेत्र के गांव काशीपुर निवासी रामवीर सिंह ने कई साल पहले पांडुखेड़ी स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा से मई 2016 में 18.50 लाख रुपये लोन लिया था। कर्ज न जमा पर बैंक ने तहसील को रिकवरी के लिए भिजवा दिया था। बाद में रामवीर सिंह ने बैंक में लोन की राशि जमा करा दी और नोड्यूज ले लिया।

नोड्यूज के बावजूद फर्द से लोन हटाने के नाम पर ले रहा था घूस

उन्होंने खतौनी से लोन की राशि हटवाने के लिए तहसील में संग्रह अनुभाग में बड़े बाबू दुर्गा प्रसाद से गुहार लगाई, लेकिन दुर्गा प्रसाद ने बिना रुपये लिए लोन राशि हटाने से इनकार कर दिया था। बाद में पांच हजार रुपये में लोन हटाने की बात तय हुई। उनके बेटे डा. अरुण कुमार सिंह ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन थाने में कर दी। टीम ने सोमवार को तहसील में अपने कार्यालय में पांच हजार रुपये रिश्वत ले रहे दुर्गा प्रसाद कपिल पुत्र बाबूराम शर्मा निवासी सूर्य विहार, प्रद्युम्न नगर को गिरफ्तार कर लिया

56 वर्षीय दुर्गा प्रसाद ने 26 नवंबर 2011 को ज्वाइनिंग की थी। एंटी करप्शन टीम उसे पकड़कर सदर बाजार थाने ले आई। पूछताछ के बाद एंटी करप्शन टीम ने आरोपित को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।

News Category