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'उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने स्पष्ट रूप से घोषणा की है कि नीतीश कुमार ही विधानसभा चुनाव के बाद एनडीए के अगले मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने तेजस्वी यादव को भ्रष्टाचारी और परिवारवादी बताया जबकि कन्हैया कुमार को भारत तेरे टुकड़े होंगे गैंग का सरदार कहा। राय ने विपक्ष को घमंडिया गठबंधन बताया और ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल हिंसा की जड़ बताया।

पटना। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के बयान के बाद गुरुवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने भी दोटूक घोषणा कर दी कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ही विधानसभा चुनाव के बाद एनडीए के अगले मुख्यमंत्री होंगे।

उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि तेजस्वी घोर भ्रष्टाचारी एवं परिवारवादी विचारों का नेतृत्व कर रहे हैं। कांग्रेस कन्हैया कुमार को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, जो भारत तेरे टुकड़े होंगे उस गैंग के सरदार हैं। दोनों को बिहार की जनता अच्छे से पहचानती है।

'यह घमंडिया गठबंधन है...'

आईएनडीआईए की बैठक पर नित्यानंद राय ने कहा है कि यह 'घमंडिया गठबंधन' की बैठक है जिसमें तेजस्वी और कांग्रेस में टकराहट है। बिहार की जनता को 'सबका साथ सबका विकास वाली' सरकार चाहिए। परिवारवादी एवं तुष्टीकरण वाले लोग विपक्ष में हैं और रहेंगे।

'हिंसा की जड़ ममता बनर्जी हैं'

पश्चिम बंगाल की हिंसा पर नित्यानंद राय ने कहा कि सारे कारण की जड़ ममता बनर्जी हैं। तुष्टिकरण की नीति एवं सत्ता और वोट के लिए वह जघन्य अपराध करा रही हैं

उन्होंने कहा कि जनता सब देख रही है। राय ने कहा कि ममता का नाम केवल ममता है और अंदर उसमें कोई ममता नहीं केवल क्रूरता है, इसलिए ममता जो आप कर रही है वह ठीक नहीं है।

पश्चिम बंगाल में मौजूदा हालात के लिए ममता बनर्जी जिम्मेदार : जदयू

दूसरी ओर, जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने पश्चिम बंगाल में मौजूदा हालात, अराजकता और फेल कानून व्यवस्था के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कम से कम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से नसीहत लेने की जरूरत नहीं है। पश्चिम बंगाल में आज जो हालात बने हुए हैं उसके लिए ममता बनर्जी का गैरजिम्मेदाराना बयान एवं कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने में असफल रहने की वजह जिम्मेदार है।

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में आज गृह युद्ध जैसे हालात हैं। लोगों की हत्याएं, आगजनी एवं हिंसा की घटनाओं ने भयभीत लोगों को पलायन करने के लिए बाध्य कर दिया है। जो बंगभूमि कभी कविवर रविन्द्र नाथ ठाकुर एवं काजी नजरुल इस्लाम की पंक्तियों से गुंजायमान हुआ करता था, घृणा वैमनस्य एवं हिंसा का पर्याय बन चुका है।

ममता बनर्जी का शासन इससे निपटने में पूरी तरह से नाकाम रहा है। दूसरी तरफ बिहार में अमन चैन और शांति है। यहां बीस वर्षों के नीतीश सरकार के कार्यकाल के दौरान कभी भी कोई दंगा नहीं हुआ और न ही कभी कर्फ्यू लगा।