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Champions Trophy 2025 चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए मंगलवार को भारतीय स्‍क्वॉड में 2 बदलाव किए गए। चोटिल तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह बाहर हुए। उनकी जगह हर्षित राणा को 15 सदस्‍यीय टीम में जगह दी गई। इसके अलावा यशस्‍वी जायसवाल की जगह स्‍पिनर वरुण चक्रवर्ती को भारतीय स्‍क्वॉड में शामिल किया गया। अब भारतीय टीम में 5 स्पिनर हो गए हैं।

कोच गौतम गंभीर का फार्मूला रहा है कि जितना अधिक जोखिम, उतना ही अच्छा फल, लेकिन चोट के कारण करिश्माई तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होने के बाद क्या यह रणनीति भारत के लिए कारगर साबित होगी। इस सवाल का जवाब सीधा नहीं है चूंकि अंतिम 15 को चुनते समय काफी जोखिम लिया गया।

बुमराह की जगह हर्षित राणा को चुना गया है, लेकिन यशस्वी जायसवाल को बाहर कर एक और स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को टीम में जगह दी गई है। पहले से ही टीम में अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, वॉाशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव विशेषज्ञ स्पिनर थे। साथ ही राणा का चयन भी जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि मोहम्मद सिराज उनसे ज्यादा अनुभवी है और उन्हें यशस्वी और शिवम दुबे के साथ रिजर्व में रखा गया है, जो टीम के साथ यात्रा नहीं करेंगे।

भारत के मैच दुबई में होने हैं जहां आम तौर पर वनडे क्रिकेट में तेज गेंदबाजों को अधिक कामयाबी मिली है। दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पर 2009 के बाद से 58 वनडे खेले जा चुके हैं, जिसमें तेज गेंदबाजों को पांच से कम की इकोनॉमी दर से 466 विकेट मिले हैं। स्पिनरों को 334 विकेट मिले हैं और उनकी इकोनामी दर 4.2 रही है।

एक पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता ने कहा कि दुबई में पिच से गेंदबाजों को शारजाह की तुलना में अधिक मदद मिलती है। तेज गेंदबाजों को दुबई में ज्यादा सफलता मिलती रही है, जिसकी वजह से पाकिस्तान ने टीम में अधिक तेज गेंदबाज चुने हैं हालांकि उन्हें यहां ज्यादा मैच नहीं खेलने हैं। पांच स्पिनरों को लेकर जाने की रणनीति भी समझ से परे हैं हालांकि चक्रवर्ती को उनके शानदार फार्म के कारण चुना गया।

वह इसी मैदान पर हालांकि टी20 विश्व कप 2021 में नाकाम रहे थे। चैंपियंस ट्रॉफी में में भारत को बांग्लादेश, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से लीग चरण में भिड़ना है और इनमें से कोई टीम चक्रवर्ती के विरुद्ध नहीं खेली है। जडेजा और अक्षर का खेलना लगभग तय है और चक्रवर्ती के खेलने पर कुलदीप को बाहर रहना पड़ सकता है।

बुमराह के बाहर होने पर सिराज की जगह राणा को चुनने का कारण भी समझ से परे है जबकि विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे टूर्नामेंटों में आक्रामकता की जगह अनुभव काम आता है। कप्तान रोहित शर्मा का कहना है कि पुरानी गेंद से उतने प्रभावी नहीं होने के कारण सिराज को बाहर रखा गया। राणा ने टी20 में पदार्पण करके छठे गेंदबाज के तौर पर 33 रन देकर तीन विकेट लिए थे। वनडे में उन्होंने मैच के तीन चरणों में तीन स्पैल डाले।

जायसवाल को बाहर रखने की भी वजह स्पष्ट नहीं है। क्या किसी स्पिनर को जगह देने के लिए एक आरंभिक बल्लेबाज बल्लेबाज को बाहर किया गया। इंग्लैंड के विरुद्ध नागपुर में पहले वनडे में जायसवाल और श्रेयस अय्यर को साथ में उतारना मुश्किल था लेकिन विराट कोहली की चोट की वजह से परेशानी नहीं हुई। कोहली के वापस आने के बाद यशस्वी को दूसरे मैच से बाहर कर दिया गया था।

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