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आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले में अदालत ने मुख्य आरोपी संजय रॉय को दोषी करार दिया। इसके बाद इस मामले में संजय रॉय की मां ने कहा अगर उनका बेटा दोषी है तो उसे सजा मिलनी चाहिए जिसका वह हकदार है भले ही इसके लिए फांसी ही क्यों न हो। मां ने आगे कहा वह अकेले में रो लेंगी।

कोलकाता। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में कोर्ट ने संजय रॉय को दोषी करार दिया है। अब इसके बाद इस मामले में संजय रॉय की मां का बयान सामने आया है। मां ने कहा, अगर उनका बेटा दोषी है तो उसे  सजा मिलनी चाहिए जिसका वह हकदार है, भले ही इसके लिए फांसी ही क्यों न हो।

मां ने आगे कहा, वह अकेले रो लेंगी लेकिन उसकी सजा को नियति मानकर स्वीकार करेगी। 18 जनवरी को सियालदह अदालत की तरफ से संजय को दोषी ठहराए जाने के बाद मीडिया से बात करने में संकोच करने वाली संजय की मां मालती रॉय ने कहा कि एक महिला और तीन बेटियों की मां होने के नाते, 'मैं पीड़ा और दर्द को महसूस कर सकती हूं।'

'सजा को नियति मानकर करूंगी स्वीकार'

मां ने आगे कहा,

अगर अदालत उसे मौत की सजा देने का फैसला करती है, तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि उसका अपराध कानून की नजर में साबित हो चुका है, मैं अकेले रोऊंगी लेकिन इसे भाग्य की विचित्रता, नियति की इच्छा के रूप में स्वीकार करूंगी।

70 साल की महिला ने शंभुनाथ पंडित स्ट्रीट पर अपनी झोपड़ी के दरवाजे पर खड़े होकर कहा, जो उस दिन सियालदह कोर्ट में हुए हंगामे और हलचल से लगभग 5 किमी दूर थी। यह पूछे जाने पर कि क्या वह किसी अदालत की सुनवाई के दौरान उपस्थित हुई थीं या लॉकअप में रॉय से मिली थीं, उन्होंने जवाब दिया, 'नहीं। मैं क्यों जाऊंगी? अपने खराब स्वास्थ्य के बावजूद अगर आरोप झूठे पाए जाते तो मैं उनसे मिलने की कोशिश करती।'

संजय की बहन का भी सामने आया बयान

  • संजय की तीन बहनें हैं और उनमें से एक की कई साल पहले मौत हो चुकी है।
  • वहीं मालती के घर के करीब रहने वाली बड़ी बहनों में से एक ने कहा कि यदि वह दोषी साबित होता है, तो कानून को उसे दंडित करने के लिए अपना काम करना चाहिए
  • परिवार के पास आदेश को चुनौती देने की कोई योजना नहीं है। 
  • जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या उसे लगता है कि उसका भाई वास्तव में दोषी है, तो उसने कहा,'कृपया मुझे अकेला छोड़ दें।
  • बहन ने ये भी कहा, हम टूट चुके हैं। लेकिन अगर उसने कोई जुर्म किया है तो उसे सही सजा मिलनी चाहिए।

'मेरा परिवार से कोई संपर्क नहीं'

बहन ने आगे कहा, हमारे पास आदेश को चुनौती देने की कोई योजना नहीं है। मैं अपने ससुराल में रह रही हूं। 2007 में मेरी शादी के बाद से मेरा अपने परिवार से कोई संपर्क नहीं है, जबकि मेरी मां की तबीयत ठीक नहीं है।