सावन का महीना देवों को देव महादेव को प्रिय है। इस पूरे महीने भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही सोमवार और मंगलवार का व्रत किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत को करने से साधक को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है और जीवन के सभी दुख-दर्द दूर होते हैं।
- सावन का महीना जारी है।
- इस महीने में सोमवार व्रत किया जाता है।
- इस दिन महादेव का अभिषेक किया जाता है।
Rga न्यूज़:- सनातन धर्म में सभी महीनो में सावन के महीने को बेहद शुभ माना जाता है। सावन में देशभर में उत्सव जैसा माहौल देखने को मिलता है। साथ ही शिव मंदिरो को बेहद सुंदर तरीके से सजाया जाता है। सावन में पड़ने वाले सोमवार और मंगलवार को मंगला गौरी व्रत किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इन व्रत को करने से साधक का जीवन सदैव खुशियों से भरा रहता है और महादेव प्रसन्न होते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं सावन के तीसरे सोमवार व्रत की डेट, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के
सावन के तीसरे सोमवार की डेट और शुभ मुहूर्त
सावन का तीसरा सोमवार व्रत शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर किया जाएगा। प्रतिपदा तिथि 05 अगस्त को है। पंचांग के अनुसार, इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। वहीं, अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 02 मिनट से लेकर 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। सोमवार को पूजा करने का शुभ मुहूर्त रात्रि 07 बजकर 15 मिनट से लेकर 08 बजकर 17 मिनट के बीच रहेगा।
सावन सोमवार पूजा विधि
सावन सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें। अब सूर्य देव को जल अर्पित करें। मंदिर की सफाई कर चौकी पर कपड़ा बिछाकर महादेव और माता पार्वती की प्रतिमा को विराजमान करें। शिव को बिल्वपत्र, शमी के फूल और धतूरा आदि अर्पित करें और मां पार्वती को शृंगार की चीजें चढ़ाएं। दीपक जलाकर सच्चे मन से आरती करें और प्रिय चीजों का भोग लगाएं। इस दौरान भोग मंत्र का जप करें। अंत में महादेव को सुख-समृद्धि में वृद्धि के लिए कामना कर
भगवान शिव के प्रिय भोग
सावन सोमवार के दिन भगवान शिव और माता पार्वती को खीर, आलू का हलवा, दही और फल का भोग लगाएं। साथ भांग और धतूरा अर्पित करें। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से महादेव प्रसन्न होते हैं और जातक को जीवन में सुख- समृद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही शुभ फल की प्
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