
एक थी इंदिरा।
एक ही थी इंदिरा ।
अमेरिका ने इंदिरा गांधी पर भी दबाव बनाया था, धमकी दी गई, चेतावनी दी गई कि अगर भारत ने कदम बढ़ाया तो अंजाम भुगतने होंगे।
लेकिन इंदिरा गांधी न रुकीं, न झुकीं, न डरीं।
उन्होंने पूरी दुनिया को दिखा दिया कि भारत की सरहदों और सम्मान की रक्षा किसी भी अंतरराष्ट्रीय दबाव से ऊपर है।
नतीजा ~ 1971 में पाकिस्तान के 2 टुकड़े करते हुए इंदिरा जी ने बांग्लादेश बना दिया।
आज जो नेता अमेरिकी दबाव में घुटने टेक रहे हैं, उन्हें इंदिरा गांधी जी का साहस याद रखना चाहिए।
राष्ट्रहित पर कभी समझौता नहीं होता 🇮🇳
#IronLadyOfIndia
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