
बिहार की राजनीति में चाचा-भतीजे के बीच खींचतान जारी है। पशुपति पारस ने नीतीश कुमार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सीएम बनते ही नीतीश कुमार ने दलितों को बांटने का काम किया। दलित से महादलित बनाकर शोषित और पीड़ित को कमजोर कर दिया। पारस ने कहा पासवान (दुसाध) जाति को कमजोर करने के लिए चौकीदार की बहाली में सामान्य नियम लागू कर दिया है।
कलुआही (मधुबनी)। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी सुप्रीमो एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस (Pashupati Paras) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को दलित विरोधी बताया है। उन्होंने कहा कि सीएम बनते ही नीतीश कुमार ने दलितों को बांटने का कार्य किया। दलित से महादलित बनाकर शोषित और पीड़ित को कमजोर कर दिया।
पारस ने कहा, पासवान (दुसाध) जाति को कमजोर करने के लिए चौकीदार की बहाली में सामान्य नियम लागू कर दिया है।
पशुपति पारस ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि सीएम शारीरिक और मानसिक रूप अस्वस्थ हो गए हैं। पिछले बीस साल से बिहार का मुख्यमंत्री एक व्यक्ति है। बिहार में एक भी उद्योग नहीं लगा। पड़ोस में उत्तरप्रदेश और झारखंड की स्थिति बेहतर है।
'मैं शराबबंदी का पक्षधर हूं, लेकिन...'
शराबबंदी की चर्चा करते हुए कहा कि मैं शराबबंदी का पक्षधर हूं, परंतु बिहार में एक सौ रुपए का शराब चार सौ रुपए में बेचा जा रहा है। शराबंदी के नाम पर हजारों लोग जेल में बंद हैं। जिसमें महादलित, दलित, और अति पिछड़ों की संख्या सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के ग्रह जिला नालंदा में दलितों पर सबसे अधिक अत्याचार हो रहा है।
'चाचा-भतीजे का समझौता नहीं होगा'
उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में यदि सरकार नहीं बदली तो बिहार अंधकार में डूब जाएगा। वहीं, दूसरी ओर चिराग पासवान का नाम लिए बगैर कहा कि चाचा-भतीजे में अब कोई समझौता नहीं होगा। धन बल पर लोकसभा चुनाव में पांच सांसद का टिकट काट दिया गया। पूरा बिहार जनता है कि मेरे भाइयों में राम, लक्ष्मण और भरत जैसा संबंध रहा।
उन्होंने कहा कि आगामी 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती पर पार्टी की नीति और सिद्धांत का खुलासा करते हुए आगामी गठबंधन की घोषणा होगी। पिछले तीन महीने से बिहार के अलग-अलग जिलों में कार्यकर्ता सम्मेलन किया जा रहा है। मधुबनी संभवतः पंद्रहवां जिला है।
कार्यक्रम से उत्साहित पशुपति पारस ने कलुआही प्रमुख को आगामी विधानसभा चुनाव में बेनीपट्टी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाने की घोषणा भी कर दी।
गौरतलब है कि शुक्रवार को रालोजपा एवं दलित सेना का संयुक्त कार्यकर्ता सम्मेलन कलुआही हाईस्कूल मैदान में आयोजित किया गया था। सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर, स्व. रामविलास पासवान एवं स्व. राम चन्द्र पासवान के तौल चित्र पर पुष्प अर्पित एवं दिप प्रज्ज्वलित करने के साथ किया गया।
प्रिंस पासवान बोले- हमारा किसी से गठबंधन नहीं
कार्यकर्ताओं के द्वारा मिथिला के पारम्परिक परिधान पाग- दो पटा, मखान का माला पहनाकर मंच पर मौजूद पार्टी नेताओं को सम्मानित किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज पासवान ने कहा कि वर्तमान में पार्टी किसी गठबंधन में शामिल नहीं है। 'बिहार मांगे बदलाव' का नारा राज्य के विभिन्न जिलों में बुलंद किया जा रहा है। पिछले बीस साल में राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था, शिक्षा और रोजगार की स्थिति खराब कर दिया है।
सम्मेलन में यशराज पासवान, राष्ट्रीय महासचिव प्रमोद सिंह, प्रदेश प्रधान महासचिव केशव सिंह, तारापट्टी के समाजसेवी रविन्द्र प्रसाद सिंह, रंजीत पासवान, शशि नाथ चौधरी, विजय चन्द्र दुबे, कन्हैया सिंह, सूर्य नारायण पासवान, शत्रु धन सिंह सहित अन्य उपस्थित थे। सम्मेलन की अध्यक्षता पार्टी जिला अध्यक्ष प्रभात रंजन सिंह ने किया एवं मंच संचालन दलित सेना के जिला अध्यक्ष सुधार पासवान ने किया।
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