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सोमवार को सरकार और विपक्षी दलों के बीच संसद में एक सप्ताह से चल रहे गतिरोध को समाप्त करने के लिए सहमति बन गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को सदस्यों को चेतावनी दी कि यदि स्थगन के कारण सदन की कार्यवाही और बाधित होती है तो उन्हें समय की हानि की भरपाई के लिए सप्ताहांत में कार्यवाही बुलानी पड़ेगी।

मंगलवार को संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से नाराज हो गए। दरअसल, अर्जुन राम मेघवाल शून्यकाल शुरू होने से पहले कार्यसूची में तमाम मंत्रियों के नाम से मौजूद दस्तावेज प्रस्तुत कर रहे थे। इसी दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उनके इस व्यवहार पर आपत्ति जताई।

वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने ने नाराजगी जताते हुए कहा कि संसदीय कार्य राज्य मंत्री जी यह प्रयास करो कि जो मंत्री का नाम सदन पटेल पर रखा है, वह उपस्थित रहे... नहीं तो फिर आप ही दे दो सब के जवाब। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के इस बयान के बाद लोकसभा में खूब हंसी के ठहाके लगे। सोशल मीडिया पर भी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

क्या कहता है दस्तावेज का नियम?

बता दें कि सदन में प्रश्नकाल खत्म होने के बाद दोपहर 12 बजे कार्यसूची में अंकित कागजात संबंधित मंत्रियों की ओर से सदन के पटल पर रखा जाता है। लेकिन जब कोई मंत्री सदन में उपस्थित नहीं रहता, तब संसदीय कार्य राज्य मंत्री यह दस्तावेज प्रस्तुत करते हैं।

संविधान पर चर्चा के लिए सरकार और विपक्षी दल तैयार

बता दें कि सोमवार को संविधान पर चर्चा के लिए सरकार और विपक्षी दलों के बीच क सप्ताह से चल रहे गतिरोध सोमवार को समाप्त हो गया। दोनों दलों में चर्चा के लिए सहमति बनी। निचले सदन में 13 और 14 दिसंबर को संविधान पर चर्चा होगी, जबकि उच्च सदन में 16 और 17 दिसंबर को चर्चा होगी।

लोकसभा स्पीकर बोले- शनिवार और रविवार को भी चलेगा सदन

प्रश्नकाल के तुरंत बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि शनिवार 14 दिसंबर को सदन की बैठक सुबह 11 बजे होगी। यदि आप स्थगन जारी रखते हैं, तो जितने दिन तक इसे स्थगित किया गया है, आपको शनिवार और रविवार को भी कार्यवाही में शामिल होना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने आज किसी भी स्थगन नोटिस की सूचना देने की अनुमति नहीं दी है।

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