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सोमवार से शुरू हुए किसानों के विरोध मार्च को लेकर दिल्ली-नोएडा की सीमाओं पर सुरक्षा के मद्देनजर बैरिकेडिंग की गई है। इसके कारण मंगलवार को भी यातायात की गति धीमी रही। वहीं दलित प्रेरणा स्थल पर धरने पर बैठे किसानों की गिरफ्तारी के दौरान करीब 45 मिनट तक यातायात बंद करना पड़ा। इससे लंबा जाम लग गया और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

नोएडा। नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल में धरना दे रहे किसानो को मंगलवार को पुलिस ने जबरन गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार होने के बाद किसानों को जेल में बंद कर दिया गया। सोमवार को दिल्ली कूच को निकले किसानों को आश्वासन दिया गया था कि सात दिन में मांग पूरी की जाएगी। सोमवार शाम को किसान एक्सप्रेसवे से हटकर दलित प्रेरणा स्थल पर धरना शुरू किया था।

इस दरान किसानों की गिरफ्तारी के चलते दलित प्रेरणा स्थल की ओर आने वाला ट्रैफिक रोका गया। पुलिस की कार्रवाई के चलते नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे दलित प्रेरणा स्थल के पास करीब 40 से 45 मिनट ट्रैफिक का संचालन बंद रहा, हालांकि इसके बाद यातायात का संचालन शुरू ह

हरिद्वार जाने वाले यात्रियों हो सकती है परेशानी

इससे पहले, किसानों की गिरफ्तारी के लिए दलित प्रेरणा स्थल पर नोएडा और ग्रेटर नोएडा डिपो से 10 बसें मंगाई गई हैं। यह बसें आगरा, फर्रुखाबाद, हरिद्वार रूट पर चलने वाली हैं। किसानों के प्रदर्शन के चलते पुलिस ड्यूटी में इनको लगाया गया। इससे डिपो से आगरा, फर्रुखाबाद, हरिद्वार जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

दिल्ली कूच के लिए अड़े किसानों की पुलिस से हुई नोकझोंक

उल्लेखनीय है कि सोमवार को यमुना प्राधिकरण पर चार दिन महापड़ाव के बाद सोमवार को दिल्ली कूच कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों की पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस ने किसानों को ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर दिल्ली की ओर कूच करने से रोक दिया।

यीडा परिसर में बूम बैरियर तोड़कर घुस गए। इसके विरोध में किसानों ने यीडा कार्यालय के सामने मुख्य सड़क पर जाम लगा दिया, लेकिन पुलिस ने किसानों को वहां से भी बलपूर्वक हटा दिया, उनकी ट्रैक्टर ट्राली को भी हटा दिया। पुलिस और किसानों के धक्कामुक्की हुई। किसान नोएडा रवाना होने या फिर गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए।

पुलिस ने किसानों की गिरफ्तारी के लिए मौके पर बस भी मंगा ली, लेकिन किसी किसान को गिरफ्तार नहीं किया। इसके बावजूद काफी संख्या में किसान सुबह ही नोएडा महामाया फ्लाइओवर पर एकत्र होने के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत निजी वाहनों से नोएडा पहुंच गए थे। किसान संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने भी संयुक्त किसान मोर्चा के दिल्ली कूच को समर्थन देने के लिए बिसरख से नोएडा जाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें भी रोक दिया।

25 से 28 नवंबर तक प्राधिकरण पर किया था प्रदर्शन

अपनी मांगों को लेकर किसान 25 नवंबर से प्राधिकरण कार्यालय पर पड़ाव के बाद सोमवार को दिल्ली के लिए रवाना हो गए। 25 से 28 नवंबर तक किसानों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर महापड़ाव के साथ जोरदार प्रदर्शन किया। 28 नवंबर की शाम किसानों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से यमुना प्राधिकरण को रुख किया और वहां रविवार तक महापड़ाव किया।

छह दिसंबर को बन सकती है चुनौती

संयुक्त किसान मोर्चा ने छह दिसंबर को दिल्ली कूच का एलान किया है। संभावना है कि यहां के किसान भी उसमें शामिल हों। यदि ऐसा होता है तो उन्हें रोकना पुलिस के लिए फिर से चुनौती खड़ी होगी।

भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर खलीफा का कहना है कि किसान एक जात है। किसानों को कोई भी दिक्कत परेशानी होने पर पूरा सहयोग किया जाएगा। हालांकि इस बारे में कोई रणनीति नहीं बनाई गई है। किसी भी किसान संगठन की ओर से सहयोग मांगने पर पूरा साथ दिया जाएगा।

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