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संभल के मोहल्ला लक्ष्मणगंज में प्रशासन ने हिंदू संगठन की शिकायत पर बावड़ी और मंदिर स्थल की खोदाई कराई। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि मंदिर और बावड़ी पर अवैध कब्जा कर उन्हें विलुप्त किया जा रहा है। डीएम के निर्देश पर एडीएम और तहसीलदार की अगुवाई में बुलडोजर से खुदाई शुरू की गई जिसमें बावड़ी की सीढ़ियां सामने आईं। विरोध के बावजूद प्रशासन ने कार्यवाही जारी रखी।

संभल। दो दिन पहले एसडीएम और आज संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम को प्रार्थना पत्र देकर हिंदू संगठन के लोगों की ओर से चंदौसी में स्थित मंदिर और बावड़ी कुआं पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा कर उन्हें विलुप्त किए जाने का आरोप लगाते हुए इनको वास्तविक स्वरूप में लाने की मांग की गई थी। इस पर मोहल्ला लक्ष्मण गंज पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने बुलडोजर से खोदाई शुरू कर दी है।

संभल के मोहल्ला खगूसराय में 40 साल से बंद पड़े मंदिर को खोले जाने के बाद अब शहर के अन्य मंदिरों एवं प्राचीन धर्म स्थल व कुआं को चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में दो दिन पहले एसडीएम को पत्र देकर हिंदू नेता कौशल किशोर वंदेमातरम द्वारा लक्ष्मणगंज में स्थित मंदिर को विलुप्त कर जमीन पर कुछ मुस्लिम लोगों द्वारा कब्जा किए जाने का आरोप लगाते हुए एसडीएम को प्रार्थना पत्र दिया गया था।

जिलाधिकारी को लिखा गया था पत्र

शनिवार को चंदौसी तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में फिर एक प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी को दिया गया, जिसमें मोहल्ला लक्ष्मणगंज के अंदर ही एक बावड़ी होने का हवाला दिया गया था। इस जमीन पर कब्जा किए जाने की बात कही गई थी।

डीएम के आदेश पर शाम 4:30 बजे एडीएम राजेश एवं तहसीलदार के साथ पालिका के अधिकारी व कर्मचारी बुलडोजर के साथ मौके पर पहुंच गए और खोदाई शुरू कर दी। करीब 20 मिनट की खुदाई के बाद ही बावड़ी का अस्तित्व सामने आ गया। कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया लेकिन अधिकारी बुलडोजर चलवाते रहे।

एडीएम न्यायिक सतीश कुशवाहा एवं तहसीलदार धीरेंद्र सिंह के साथ नगर पालिका और लेखपालों की टीम बुलडोजर के साथ चंदौसी के मोहल्ला लक्ष्मणगंज में पहुंच गई। यहां दो बुलडोजर से खुदाई कराई गई जिसमें बावड़ी की सीढ़ियां सामने आ गई। शाम 5:00 बजे खुदाई का काम जारी है।

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