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मध्य प्रदेश के भोपाल में लोकायुक्त ने पूर्व ट्रैफिक कॉन्स्टेबल के आवास और कार्यालय पर छापेमारी की। 2022 में कांस्टेबल सौरभ शर्मा ने नौकरी छोड़ रीयल एस्टेट के कारोबार में कदम रखा। मगर उसके पास मिली संपत्ति से अधिकारी भी हैरत में हैं। लोकायुक्त के छापे में 234 किलो चांदी और 42 किलो सोना मिला है। लाखों रुपये की नकदी भी जब्त की गई है। आगे की जांच जारी है।

भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल में लोकायुक्त की छापेमारी में रीयल एस्टेट कारोबारी सौरभ शर्मा के ठिकानों पर खजाना मिला है। 24 घंटे से अधिक समय तक चली लोकायुक्त की छापामारी अब समाप्त हो चुकी है। लोकायुक्त के मुताबिक तलाशी में 234 किलो चांदी और 52 किलो सोना मिला है। इसके अलावा 30 लाख रुपये का घरेलू सामान व 1.72 करोड़ रुपये की नकदी भी बरामद हुई है।

आवास और कार्यालय पर लोकायुक्त की दबिश

गुरुवार की सुबह लोकायुक्त ने सौरभ शर्मा के ई-7 स्थित आवास और कार्यालय में दबिश दी। शुक्रवार शाम तक छापामारी अभियान जारी रहा। जानकारी के मुताबिक आठ करोड़ रुपये की चल संपत्ति का भी पता चला है। माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश के अन्य जिलों में भी शर्मा की संपत्ति हो सकती है।

घर पर नहीं मिला सौरभ शर्मा

छापामारी के दौरान सौरभ शर्मा लोकायुक्त टीम को घर पर नहीं मिले। पुलिस ने उनके करीबी चेतन गौर से पूछताछ की है। पुलिस के मुताबिक घरवालों ने जानकारी दी है कि सौरभ शर्मा दुबई में हैं। लोकायुक्त की टीम शर्मा के आवास और कार्यालय से जब्त दस्तावेजों की जांच में जुटी है। विदेश में भी संपत्ति होने की आशंका जताई जा रही है।

अनुकंपा से मिली थी नौकरी

जानकारी के मुताबिक 2015 में सौरभ शर्मा के पिता का निधन हुआ था। इसके बाद अनुकंपा के आधार पर उसे नौकरी मिली। वह पुलिस आरक्षक बना। मगर 2022 में उसने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और रीयल एस्टेट के कारोबार से जुड़ गया। बताया जा रहा है कि परिवहन विभाग में तैनाती के दौरान उसकी कुछ मंत्रियों से करीबी भी रही है। हालांकि बाद में उसने इस्तीफा दे दिया। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि उस कार्रवाई का डर सताने लगा था।

जंगल में मिली सोने से लदी कार

छापेमारी के बीच ही भोपाल के जंगल में आयकर विभाग को एक लावारिस कार मिली। शीशी तोड़ने और गेट खोलने के बाद अधिकारियों को होश उड़ गए। दरअसल, कार में नोटों की गड्डियां रखी थीं। एक बैग सोने के बिस्किट से भरा था। कुल 54 बिस्किट मिले हैं।

कार में आरटीओ लिखा था। कहा जा रहा है कि यह कार सौरभ शर्मा के करीबी चेतन सिंह गौर की बताई जा रही है। सोने की कीमत लगभग 35 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। अगर सोना विदेशी है तो इसकी जांच में डीआरआई भी शामिल होगा। वहीं इस मामले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी शामिल हो सकता है।