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इंदौर में एक महिला भिखारी का रेस्क्यू करने गई टीम तब चौंक गई जब उसके पास से 75 हजार रुपये कैश मिला। महिला के पास 500 और 100 रुपये के कई नोट थे। उसने टीम को बताया कि इतनी रकम उसने महज एक हफ्ते में भीख मांगकर कमाई है। इंदौर को भिखारी मुक्त शहर बनाने के क्रम में टीम ने उसे रेस्क्यू कर सेवाधाम आश्रम भेज दिया है।

मध्य प्रदेश का इंदौर शहर हमेशा देश के स्वच्छ शहरों की लिस्ट में टॉप पर होता है। लेकिन इस बार इंदौर के सुर्खियों में आने की वजह स्वच्छता नहीं है।

दरअसल इंदौर को भिखारी मुक्त शहर बनाने की कवायद चल रही है। इसी क्रम में जब भीख मांग रही एक महिला का रेस्क्यू करने पहुंची, तो उसके पास साड़ी के पल्लू में बंधे हुए 75,748 रुपये कैश मिले।

एक हफ्ते में कमाया धन

महिला से जब इतने रुपये होने के बारे में पूछा गया, तो उसने कहा कि यह उसके एक हफ्ते की कमाई है। महिला ने कहा कि वह आमतौर पर 10-15 दिन में इतनी रकम जुटा लेती है। महिला का दावा सुनकर अधिकारी भी दंग रह गए।

महिला बड़ा गणपति के पास स्थित शनि मंदिर के पास भीख मांगती है। उसके पास एक रुपये से लेकर 500 रुपये तक के नोट थे। महिला के पास 500 रुपये के 22 नोट, 200 रुपये के 18, 100 रुपये के 423 और 50 रुपये के 174 नोट निकले।

सेवाधाम आश्रम भेजा गया

इतना ही नहीं, उसके पास 20 और 10 रुपये के नोट के अलावा 10, 5, 2 और 1 रुपये के सिक्के भी थे। महिला के पास से मिले रुपयों को जमा कराकर उसे सेवाधाम आश्रम भेज दिया गया है।

महिला एवं बाल विकास के परियोजना अधिकारी दिनेश मिश्रा ने बताया कि जिला प्रशासन की पहल पर भिक्षुक मुक्त शहर बनाने का अभियान फरवरी में शुरू हुआ था। सात विभागों को लेकर दल गठित किए गए हैं। भीख मांग रहे लोगों को जुलाई तक भिक्षावृत्ति नहीं करने के लिए समझाइश दी गई है।