
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्मार्ट पुलिसिंग के सूत्र स्ट्रिक्ट एंड सेंसटिव मार्डन एंड मोबाइल अलर्ट एवं अकाउंटिबल रिलायबल एंड रिस्पांसिबल और टैक्नो सैवी एंड ट्रेंड का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने इन सिद्धांतों को जमीनी हकीकत बना दिया है।
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त पुलिसकर्मियों से कहा कि प्रशिक्षण में जितना पसीना बहाएंगे, जीवन में उतरा कम खून बहाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से पहले राज्य में होने वाली पुलिस कार्मिकों की भर्ती में भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार हावी था, लेकिन अब पैसे और सिफारिश पर नौकरी मिलना बीते जमाने की बात हो गई है। उत्तर प्रदेश में अब योग्यता के आधार पर युवाओं को पूरी पारदर्शिता से सरकारी नौकरियां मिल रही हैं। पुलिस भर्ती में किसी भी जाति, धर्म, वर्ग या क्षेत्र के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया।
लखनऊ के डिफेंस एक्सपो मैदान में रविवार को आयोजित नवनियुक्त पुलिस कार्मिकों को नियुक्ति पत्र वितरण के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में प्रदेश के युवाओं को साढ़े आठ लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी गईं है। अकेले पुलिस में करीब सवा दो लाख भर्तियां की गई हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में फारेंसिक क्षमता बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया है। वर्तमान में प्रदेश में आठ नए फारेंसिक लैब चालू हो चुके हैं जबकि छह और निर्माणाधीन हैं। सभी 75 जिलों में दो-दो मोबाइल फारेंसिक वैन तैनात की जा चुकी हैं। साथ ही 75 जिलों में साइबर थाने और 1,994 पुलिस थानों में साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है। यह सभी व्यवस्था जुलाई 2024 से लागू किए गए तीन नए आपराधिक कानूनों के अनुरूप हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ में पुलिस की भूमिका एक मिसाल बनी थी। महाकुंभ में आने वाले हर श्रृद्धालु ने पुलिस के व्यवहार की प्रशंसा की थी। अगर हम वहां कर सकते हैं, तो हर जगह कर सकते हैं। पुलिस बल केवल कानून-व्यवस्था का नहीं, बल्कि सामाजिक विश्वास का प्रतीक बन रहा है। उन्होंने कहा कि यह नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम अब तक का सबसे बड़ा नियुक्ति कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के 'स्मार्ट पुलिसिंग' विजन को साकार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
उन्होंने प्रधानमंत्री के 'स्मार्ट पुलिसिंग' के सूत्र स्ट्रिक्ट एंड सेंसटिव, मार्डन एंड मोबाइल, अलर्ट एवं अकाउंटिबल, रिलायबल एंड रिस्पांसिबल और टैक्नो सैवी एंड ट्रेंड का हवाला देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश ने इन सिद्धांतों को जमीनी हकीकत बना दिया है। मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि वर्ष 2017 में जब हमने भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी, तब गृह मंत्री ने पैरामिलिट्री और मिलिट्री प्रशिक्षण संसाधन उपलब्ध कराने में बड़ी भूमिका निभाई थी।
अब हमने राज्य में ही 60,000 से अधिक पुलिस प्रशिक्षण की क्षमता विकसित कर ली है। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक, सुरेश खन्ना, स्वतंत्र देव, सूर्य प्रताप शाही, बेबी रानी मौर्य, आशीष पटेल, ओपी राजभर, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी राजीव कृष्ण, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद आदि मौजूद रहे।
इन 15 नवनियुक्त पुलिसकर्मियों को केंद्रीय मंत्री ने दिए नियुक्ति पत्र
गृह मंत्री अमित शाह ने संतकबीर नगर के सत्यम नायक, खीरी के प्रेम सागर, फर्रुखाबाद की शालिनी शाक्या, बलिया के उपेंद्र कुमार यादव, बरेली की शिल्पा सिंह, कानपुर देहात के बीनू बाबू, महोबा के योगेंद्र सिंह, उन्नाव के शिवांश पटेल, वाराणसी के मनीष त्रिपाठी, लखनऊ की रोशन जहां, कानुपर नगर के आजाद कुशवाहा, गोरखपुर की मिथिलेश भट्ट, रायबरेली की सोनी रावत, मऊ की नेहा गोंड, बागपत के सचिन सैनी को अमित शाह ने नियुक्ति पत्र दिया।
- Log in to post comments
- 5 views