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वाराणसी के रामनगर में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें चोरी किए गए एक करोड़ रुपये से अधिक के जेवरात बरामद हुए। संकटमोचन मंदिर के महंत विश्वम्भर नाथ मिश्र के आवास से ये जेवरात चोरी हुए थे। पुलिस ने घेराबंदी की तो बदमाशों ने गोली चलाई जिसमें कुछ बदमाश घायल हो गए। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने मामले की जांच के लिए 11 टीमें गठित की थीं।

वाराणसी। संकटमोचन मंदिर के महंत और आइआइटी बीएचयू के प्रोफेसर विश्वम्भर नाथ मिश्र के तुलसी घाट स्थित स्थित आवास से रविवार सुबह 11 से दाेपहर एक बजे के बीच हुई एक करोड़ से अधिक की चोरी करने वाले बदमाशों का मंगलवार रात लगभग डेढ़ बजे पुलिस से रामनगर कोदोपुर में आमना-सामना हो गया।

छह बदमाश चोरी के जेवरात और रुपये का बंटवारा कर रहे थे। उसी वक्त पुलिस ने घेराबंदी की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। मुठभेड़ में बिहार के कैमूर के चैनपुर निवासी विक्की तिवारी, जितेंद्र सिंह, राकेश दुबे पैर में गोली लगने से घायल हो गए। दोनों तरफ से चल रही गोलियों के बीच तीन बदमाश फरार हो गए, जो कांबिंग में पुलिस के हत्थे चढ़े।

इसमें शामिल भगवानपुर-लंका निवासी दिलीप चौबे, फुलवा मऊ फतेहपुर निवासी अतुल शुक्ला और देवरिया के खामपार का शनि मद्धेशिया के पास से चोरी के जेवरात व रुपये भी बरामद हो गए। रामनगर इंस्पेक्टर राजू सिंह, भेलूपुर थाना प्रभारी गोपाल कुशवाहा और एसओजी प्रभारी मनीष मिश्र ने टीम संग संयुक्त आपेरशन किया। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने मंगलवार को तुलसी घाट स्थित महंत आवास जाकर क्राइम सीन देखने के बाद राजफाश के लिए 11 टीमों का गठन किया था। काशी जोन डीसीपी गौरव बंसवाल, एडीसीपी सरवणन टी, एसीपी डा. ईशान सोनी मौजूद रहे।

 

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