Skip to main content

Delhi Traffic Police दिल्ली में सड़कों पर लगने वाले जाम और बढ़ते सड़क हादसों की समस्या से निपटने के लिए यातायात विभाग ने एक 100-दिवसीय मास्टर प्लान तैयार किया है। इस योजना के तहत दिल्ली में 114 पॉइंट्स की पहचान की गई है जहां सड़कों पर गड्ढे आवारा पशु खराब लाइटें साइनेज का अभाव खराब सड़कें और अन्य कारणों से जाम लगता है।

नई दिल्ली। राजधानी में सड़कों पर लगने वाले जाम की समस्या यातायात पुलिसकर्मियों के लिए एक बड़ी चुनौती है। इसके अलावा आए दिन होने वाले सड़क हादसों (delhi road accidents) में लोगों की मौतों का बढ़ता आंकड़ा भी चिंता का विषय है। दिल्ली में लगने वाले जाम और सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए सौ दिन का मास्टर प्लान तैयार किया है।

इसके लिए यातायात विभाग ने दिल्ली में 114 प्वाइंट्स चयनित किए हैं, जहां सड़कों पर गड्ढों, आवारा पशुओं, खराब लाइटों, साइनेज का अभाव, खराब सड़कें और अन्य मुख्य कारण हैं, जिससे सड़क पर जाम लगता है और हादसे का खतरा भी बढ़ा रहता है।

सड़कों पर गाड़ियों का भार, जाम की मुख्य वजह

इस प्लान की खास बात यह है कि समस्या से निपटने के लिए यातायात विभाग के साथ, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, एनडीएमसी, डीटीसी, दिल्ली जल बोर्ड, धार्मिक समिति और शिक्षा विभाग आदि एजेंसियों को सड़क प्रस्तावों को सख्ती से पालन करने और जाम की समस्या को कम करने के निर्देश दिए गए हैं।

यातायात पुलिस के एडिशनल सीपी दिनेश कुमार गुप्ता के मुताबिक, दिल्ली में जाम की समस्या का मुख्य कारण सड़काें पर गाड़ियों का अधिक भार है। इसके अलावा बाटलनेक, टूटी सड़कें, पर्याप्त साइनेज का अभाव भी जाम और हादसों का मुख्य कारण हैं।

इन समस्याओं को हल करने के उद्देश्य से यातायात विभाग ने एक मार्च से एक कार्ययोजना शुरू की है, जिसमें सभी एजेंसियों के सहयोग से सड़कों पर होने वाली समस्याओं को दूर किया जाएगा।

यातायात विभाग ने ऐसे 114 प्वाइंट्स का चयन किया है, जहां सबसे अधिक शिकायतें मिलती थीं। इसमें मुख्य रूप से रिंग रोड, तुगलक रोड, आसफ अली रोड, आउटर रिंग रोड शामिल हैं।

सड़कों पर होने वाली इन समस्याओं का होगा हल

  • सड़कों की मरम्मत और कारपेटिंग।
  • रोड मार्किंग, साइनेज, जेब्रा क्रॉसिंग।
  • जल निकासी, गड्ढों और पानी के रिसाव की मरम्मत।
  • बिजली के खंभे, ट्रांसफार्मर आदि की शिफ्टिंग।
  • कूड़ाघर को हटाना व स्थानांतरण करना।
  •  आवारा पशुओं को हटाना।
  • सड़कों पर कट को खोलना व बंद करना।
  • दिल्ली नगर निगम द्वारा साप्ताहिक बाजारों का प्रबंधन/स्थानांतरण और वेंडिंग जोन निर्धारित करना।
  • अधिकृत पार्किंग का प्रबंधन और अवैध पार्किंग को खत्म करना।
  • अंडरपास व फुट ओवर ब्रिज का उचित उपयोग।
  • हाई मास्ट रोशनी की स्थापना।
  • पेड़ों व झाड़ियों की छटाई।
  • यातायात प्रबंधन के लिए होमगार्ड व सिविल डिफेंस स्वंयसेवकों की तैनाती।
  • भीड़भाड वाले क्षेत्रों में टैक्स वसूलने के लिए नीतियां बनाना।

एजेंसियों द्वारा किए जाने वाले कार्य

एजेंसियों के नाम                             किए जाने वाले कार्यों की संख्या

पीडब्ल्यूडी                                        59

एमसीडी                                           13

एनडीएमसी                                        10

डीटीसी                                              12

बागवानी विभाग                                    04

धार्मिक समिति और शिक्षा विभाग              02

दिल्ली जल बोर्ड                                      02

बीएसईएस                                             02

दिल्ली मेट्रो                                              01

होम गार्ड                                                 01

दिल्ली यातायात पुलिस                                09

पिछले 10 सालों में सड़क हादसों से होने वाली मौतें

वर्ष                          मौतें

  • 2015                    1582
  • 2016                    1548
  • 2017                   1565
  • 2018                   1657
  • 2019                   1433
  • 2020                   1163
  • 2021                   1206
  • 2022                  1428
  • 2023                  1432
  • 2024                  1504