Gautam Gambhir बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम का प्रदर्शन शर्मनाक रहा। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 3-1 से मात दी। इस हार के साथ ही सीनियर प्लेयर्स के साथ ही हेड कोच गौतम गंभीर पर भी सवाल उठ रहे हैं। गंभीर की कोचिंग के दौरान भारत ने 10 टेस्ट खेले। इनमें से टीम को 6 में हार का सामना करना पड़ा है।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की शुरुआत 19 फरवरी से होनी है। आईसीसी के इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन के आधार पर हेड कोच गौतम गंभीर की स्थिति का "पुनर्मूल्यांकन" होगा। टीम में लंबे समय से चले आ रहे "सुपरस्टार कल्चर" को खत्म करने के उनके प्रयास के कारण ड्रेसिंग रूम में असंतोष
पिछले साल जुलाई में गंभीर भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच बने थे। तब से भारतीय टीम 10 में से 6 टेस्ट हार चुकी है। इसके अलावा श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में भी हार मिली। विराट कोहली और रोहित शर्मा के खराब फॉर्म के कारण उनके भविष्य पर भी सवाल उठने लगे हैं।
कोच और प्लेयर में अनबन
गौतम गंभीर की स्थिति भी थोड़ी डांवाडोल हो गई है। ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान प्रमुख खिलाड़ियों के साथ उनकी अनबन की अटकलें भी लगाई गईं। ऐसे में भारतीय टीम को 1-3 से हार मिली। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, "अगर भारत चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है, तो मुख्य कोच का पद अस्थिर हो सकता है। उनका कॉन्ट्रैक्ट 2027 विश्व कप तक है, लेकिन मूल्यांकन की प्रक्रिया जारी है। अब तक गंभीर ने कोई ठोस रिजल्ट नहीं दिया है।
बीसीसीआई कर चुकी समीक्षा बैठक
बीसीसीआई की ओर से ऑस्ट्रेलिया में टीम के प्रदर्शन की समीक्षा पहले ही की जा चुकी है। माना जा रहा है कि टीम कल्चर के मुद्दे पर गंभीर और सीनियर खिलाड़ी एकमत नहीं हैं। गंभीर इतने सालों से चले आ रहे सुपरस्टार कल्चर को खत्म करना चाहते हैं। 2012 में कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान के रूप में उन्होंने सीएसके के खिलाफ आईपीएल फाइनल के लिए ब्रेंडन मैकुलम को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया था।
सुपरस्टार कल्चर खत्म करना चाहते हैं गंभीर
रिपोर्ट के मुताबिक, "गंभीर सुपरस्टार कल्चर को खत्म करने के लिए यहां आए हैं और यही वजह है कि कुछ खिलाड़ियों को परेशानी हो रही है। हेड कोच इस बात से खुश नहीं थे कि कैसे कुछ स्टार खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान होटल और अभ्यास के समय के बारे में खास मांगें रखीं।
- Log in to post comments