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मथुरा के जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने जिले में नो हेलमेट नो फ्यूल नीति लागू की है। यह नीति 26 जनवरी से लागू होगी। इस कदम का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए सभी जिलों में प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

मथुरा। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने जिले में नो हेलमेट नो फ्यूल की नीति लागू की है। यह नीति 26 जनवरी से लागू होगी। परिवहन आयुक्त, उत्तर प्रदेश के पत्र जारी करने के बाद यह कदम उठाया गया है।

सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु एवं घायलों की संख्या में वृद्धि के प्रति भारत सरकार द्वारा गंभीर चिंता व्यक्ति की गयी है। हाल ही में हुई राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए सभी जिलों में प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें।

हादसे में कमी लाने के लिए प्रयास

मुख्यमंत्री के निर्देश पर सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत की कमी जाने का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उसे प्राप्त करने के लिए नवाचार और व्यवहार परिवर्तन पर केंद्रित उपायों को अपनाना अनिवार्य है। इस दिशा में, शहरी क्षेत्रों में नो हेलमेट, नो फ्यूल रणनीति एक निर्णायक कदम हो सकती है। यह रणनीति न केवल हेलमेट पहनने को अनिवार्य बनाने में सहायक होगी, बल्कि सड़क सुरक्षा के प्रति नागरिकों में जिम्मेदारी और अनुशासन की भावना को भी प्रोत्साहित करेगी।

पेट्रोल पंपों पर लगेंगे होर्डिंग्स, सीसीटीवी कैमरे भी होंगे

डीएम ने कहा है कि सभी मोटर साइकिल चालकों एवं सवारियों को हेलमेट पहनना अनिवार्य है। इस संबंध में मथुरा जिले में स्थित सभी पेट्रोल पंप संचालकों एवं स्वामियों को निर्देश दिए गए हैं। आगामी सात दिवसों में अपने प्रांगण में इस आशय के बड़े-बड़े होर्डिंग लगाएंगे, कि 26 जनवरी से किसी भी ऐसे दो पहिया वाहन चालक को पेट्रोल का विक्रय नहीं किया जाएगा, जिसके चालक तथा सहयात्री ने हेलमेट नहीं पहना हो।

डीएम ने कहा, कि सभी पेट्रोल पंप संचालक एवं स्वामी यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उनके प्रतिष्ठान में सीसीटीवी कैमरा सदैव सक्रिय रहे, ताकि किसी भी विवाद की स्थिति में सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन कर आवश्यक निर्णय लिया जा सके। 

आगरा में भी चला था अभियान

आगरा में हादसों में कमी लाने के लिए जिला आपूर्ति विभाग ने हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं के लिए अभियान चलाया था। शहर के अधिकांश पेट्रोल पंप पर चेकिंग कर जांच की थी। तब पेट्रोल पंप पर लोगों ने बोर्ड लगाकर वाहन चालकों को जागरूक किया था। कुछ लोग पेट्रोल लेने के लिए दूसरों का हेलमेट मांगते देखे गए थे। एक बार फिर से शहर में ये अभियान शुरू हो सकता है।