महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव से ठीक एक दिन पहले नेताओं द्वारा मतदाताओं को पैसे बंटाने का मामला सामने आया है। महाविकास अघाड़ी दल द्वारा महायुति गठबंधन के नेताओं पर ये आरोप लगाए हैं। इसके बाद बीजेपी ने रिएक्शन दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि विपक्ष के लिए यही रात अंतिम यही रात भारी वाली स्थिति है।
महाराष्ट्र में कल विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी। इससे पहले राज्य में सियासत गरमा गई है। दरअसल, राज्य में होने वाले चुनाव से ठीक एक दिन पहले नेताओं द्वारा मतदाताओं को पैसे बंटाने का मामला सामने आया है। महाविकास अघाड़ी दल द्वारा महायुति गठबंधन के नेताओं पर पैसे बांटने का आरोप लगाया गया है। वसई विरार में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर पैसे बांटने का आरोप लगा है। हालांकि, बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है। इस पूरे मामले में अब बीजेपी का रिएक्शन सामने आया है।
बीजेपी का आया रिएक्शन
भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "महाराष्ट्र में एमवीए द्वारा अंतिम प्रयास के रूप में एक निराधार आरोप लगाया गया है। विनोद तावड़े हमारे राष्ट्रीय सचिव हैं और पार्टी के कई कार्यों को देख रहे हैं। नालासोपारा निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार ने उन्हें बैठक में शामिल होने के लिए कहा था। वह पास से गुजर रहे थे, इसलिए उन्होंने सहमति व्यक्त की। इस तरह की बैठकें पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदान प्रक्रिया के बारे में निर्देश देने के लिए की जाती हैं। हम जोर देते हैं कि होटल और आस-पास के इलाकों के सीसीटीवी की जाँच की जाए। 5 करोड़ रुपये जेब में नहीं लाए जा सकते। अगर कोई इसे ले जा रहा होगा तो यह दिखाई देगा। उन्हें सबूत दिखाना चाहिए और निराधार आरोप नहीं लगाने चाहिए।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, महाराष्ट्र में होने वाले मतदान से पहले महाविकास अघाड़ी दल द्वारा महायुति गठबंधन के नेताओं पर पैसे बांटने का आरोप लगाया गया है। वसई विरार में (BJP) के दिग्गज नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े (Vinod Tawde) पर पैसे बांटने के आरोप लगे हैं। विनोद तावड़े के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई गई है। आचार संहिता उल्लंघन मामले में उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।
विनोद तावड़े ने दी सफाई
अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को विनोद तावड़े ने बेबुनियादताया और कहा कि नालासोपारा के विधायकों की बैठक चल रही थी। मैं उन्हें मतदान के दिन के लिए आदर्श आचार संहिता के बारे में बताने गया था, वोटिंग मशीनों को कैसे सील किया जाएगा और अगर कोई आपत्ति दर्ज की जाती है तो क्या करना है। पार्टी (बहुजन विकास अघाड़ी) के कार्यकर्ता अप्पा ठाकुर और क्षितिज को लगा कि हम पैसे बांट रहे हैं। चुनाव आयोग और पुलिस को जांच करनी चाहिए, उन्हें सीसीटीवी फुटेज मिलनी चाहिए। मैं 40 साल से पार्टी में हूं। अप्पा ठाकुर और क्षितिज मुझे जानते हैं और पूरी पार्टी मुझे जानती है। फिर भी, मेरा मानना है कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।
वहीं, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अगर विपक्ष के पास ऐसे कोई सबूत हैं तो उन्हें चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए। अमित मालवीय ने इस घटना को साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा,'चुनाव से 24 घंटे पहले नेता अपने बूथ का मैनेजमेंट देखते हैं।
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