पिछले साल से ही मीतेई और कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा भड़की गई थी। वही इस महीने की शुरुआत में जिबरबाम में महिलाओं और बच्चों सहित छह लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद राज्य में हिंसा का नया दौर शुरू हो गया। असम ने मणिपुर के साथ सटे सीमाएं सील कर दी है।
मणिपुर में हालात तनावपूर्ण है। राज्य की स्थिति को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, एनएसए अजित डोभाल सहित कई अधिकारियों की सोमवार को (हाई-लेवल मीटिंग) हुई थी।
सीएम की बैठक से कई विधायक नदारद
राज्य की स्थिति पर बातचीत करने के लिए मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कल (सोमवार) को अपने आवास पर एनडीए विधायकों की बैठक बुलाई। दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, 38 में से 11 विधायक बिना कोई कारण बताए बैठक में शामिल नहीं हुए।
इस बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए। इनमें मणिपुर में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम को फिर से लागू करने की आवश्यकता पर केंद्र द्वारा समीक्षा की मांग की गई। इसके अलावा, जिरीबाम हत्याकांड के लिए कथित रूप से जिम्मेदार कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सात दिनों के भीतर एक व्यापक अभियान चलाने की मांग भी की गई।
मैतेई संगठन ने दिया अल्टीमेटम
इसी बीच मैतेई नागरिक समाज संगठनों के एक प्रमुख निकाय ने एनडीए विधायकों की बैठक में पारित प्रस्तावों को खारिज कर दिया। वहीं, मैतेई संगठन ने ने कुकी उग्रवादियों के खिलाफ ठोस कदम उठाने का आह्वान किया।
मणिपुर में शुरू हुआ हिंसा का नया
बता दें कि पिछले साल से ही मीतेई और कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा भड़की गई थी। वही, इस महीने की शुरुआत में जिबरबाम में महिलाओं और बच्चों सहित छह लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद राज्य में हिंसा का नया दौर शुरू हो गया।
असम ने मणिपुर सीमा किया सील
जानकारी के मुताबिक, असम ने मणिपुर के साथ सटे सीमाएं सील कर दी है। असम सरकार को डर है कि हिंसा की आग की लपटें उनके राज्य में भी फैल सकती है। असम पुलिस ने राज्य की सीमा पर कमांडो तैनात कर दिए हैं और कहा है कि उन्हें 'बुरे तत्वों' के सीमा पार करने की कोशिश करने की सूचना मिली है।
CM बीरेन सिंह से मांगा जा रहा इस्तीफा
वहीं,मणिपुर में एन बीरेन सिंह की इस्तीफे की मांग भी काफी तेज हो चुकी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम चिदंबरम ने उनसे इस्तीफे की मांग की है। वहीं, एनडीए की सहयोगी नेशनल पीपुल्स पार्टी ने मणिपुर में भाजपा सरकार से समर्थन वापस ले लिया है।
कोनराड संगमा के नेतृत्व वाली पार्टी ने कहा है कि अगर राज्य में लीडरशिप को बदला जाता है तो वह अपनी स्थिति पर पुनर्विचार कर सकती है।
मैतेई संगठनों ने राज्य सरकार को दिया अल्टीमेटम
मैतेई संगठनों की छात्र संघ मणिपुर इंटीग्रिटी पर समन्वय समिति के प्रवक्ता खुरैजम अथौबा ने कहा, "उन्होंने जिरीबाम में छह निर्दोष महिलाओं और बच्चों की हत्या के लिए जिम्मेदार कुकी उग्रवादियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान शुरू करने का संकल्प लिया है।
हालांकि, "हम कह रहे हैं कि अपराध सिर्फ जिरीबाम में ही नहीं बल्कि मई 2023 से मणिपुर के कई अन्य स्थानों पर भी हुआ है। मणिपुर के लोगों ने राज्य सरकार और विधायकों से सभी SoO समूहों की जिम्मेदारी तय करने और उनके खिलाफ अभियान चलाने की मांग की है।"
छात्र संघ मणिपुर इंटीग्रिटी पर समन्वय समिति के प्रवक्ता ने कहा, "हमारी स्थिति बहुत स्पष्ट है। हम चाहते हैं कि अगले 24 घंटों के भीतर सरकार इस प्रस्ताव की समीक्षा करे और बेहतर प्रस्ताव लेकर आए।"
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