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ताजमहल में पर्यटकों ने नाचते हुए वीडियो बनाया जो वायरल हो रहा है। वहीं विश्व धरोहर सप्ताह के पहले दिन ताजमहल समेत सभी स्मारकों में पर्यटकों को निश्शुल्क प्रवेश मिल रहा है। लेकिन ताजमहल में मुख्य मकबरे पर 200 रुपये का अतिरिक्त टिकट लागू है। ताजमहल पर इससे पहले इरानी पर्यटकों ने नमाज भी पढ़ी थी।

आगरा। ताजमहल में विदेशी पर्यटकों का नृत्य करते हुए एक वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो प्लेटफार्म पर शूट हुआ वीडियो 23 सेकेंड का है। इसमें छह विदेशी पर्यटक नृत्य कर रही हैं।

तीन पर्यटक उनसे कूछ दूरी पर खड़े हुए हैं, जिनमें से एक वीडियो शूट कर रहा है। वीडियो में आवाज सुनाई दे रही है कि रोहित इन्हें रोकियो। इस पर पर्यटकों के पास खड़ा व्यक्ति मुड़कर देखता है। वह गाइड बताया जा रहा है। वीडियो कब का है, इसकी पुष्ठि नहीं हो सकी।

अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि वीडियो की जांच कराई जा रही है। गाइड की भूमिका मिली तो उसके विरुध्द कार्रवाई की जाएगी। 

ताजमहल समेत सभी स्मारकों में आज निश्शुल्क प्रवेश

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) मंगलवार से विश्व धरोहर सप्ताह मना जा रहा है। ताजमहल समेत सभी स्मारकों में भारतीय व विदेशी पर्यटकों को निश्शुल्क प्रवेश मिल रहा है। ताजमहल में मुख्य मकबरे पर 200 रुपये का अतिरिक्त प्रवेश शुल्क लागू है। दिसंबर, 2018 में भीड़ प्रबंधन के लिए मुख्य मकबरे पर अतिरिक्त टिकट लागू किया गया था। 

19 से 21 नवंबर तक मंदिर परिसर में भारतीय कला में रामायण के कथानक पर आधारित चित्र प्रदर्शनी लगाई जाएगी। भारतीय कला में रामायण के कथानक का अंकन गुप्त काल से 15वीं शताब्दी तक बने मंदिरों में देखने को मिलता है। उत्तर और दक्षिण भारत के मंदिरों में रामकथा के आधार पर उकेरे गए शिल्प को चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।

अधीक्षण पुरातत्वविद डा. राजकुमार पटेल ने बताया कि विश्व धरोहर सप्ताह के पहले दिन स्मारकों में निश्शुल्क प्रवेश है। स्मारकों में कार्यक्रम कर पर्यटकों को धरोहर संरक्षण के लिए जागरूक करेंगे।

एएसआई के म्यूजियम में पर्यटक कर सकेंगे फोटोग्राफी

विश्व धराेहर सप्ताह (19 से 25 नवंबर) की पूर्व संध्या में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने म्यूजियम व प्रदर्शनी में फोटोग्राफी पर लागू प्रतिबंधों से पर्यटकों को राहत प्रदान की। पर्यटक अब एएसआई के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए म्यूजियम व प्रदर्शनी में फोटोग्राफी कर सकेंगे। फिल्म व डाक्यूमेंट्री के लिए पूर्व की तरह उन्हें अनुमति प्राप्त करनी होगी। एएसआई ने देशभर में संरक्षित स्मारकों में म्यूजियम बना रखे हैं। इनमें पुरावशेष, मूर्तियां, हथियार, बर्तन, वस्त्र, पांडुलिपियां आदि प्रदर्शित कर रखी हैं। समय-समय पर एएसआई इनकी प्रदर्शनी भी लगाता है।

पहले प्रतिबंधित थी फोटोग्राफी

आगरा में ताजमहल स्थित पश्चिमी नौबतखाना और फतेहपुर सीकरी में मिंट में म्यूजियम बने हुए हैं। म्यूजियम में अब तक फोटोग्राफी प्रतिबंधित थी। पर्यटक चाहकर भी यहां फोटो नहीं खींच पाते थे। म्यूजियम व प्रदर्शनी में फोटाेग्राफी पर लागू प्रतिबंध को सोमवार को हटा दिया गया। पर्यटक अब स्टिल कैमरे और मोबाइल फोन से फ्लैश का उपयोग किए बगैर म्यूजियम व प्रदर्शनी में प्रदर्शित पुरावशेषों और वस्तुओं को छुए बगैर उनकी फोटो ले सकेंगे। ट्राइपाड व कैमरा स्टैंड लगाकर डाक्यूमेंट्री और फिल्म की शूटिंग के लिए पूर्व की तरह उन्हें सक्षम अधिकारी से अनुमति लेनी होगी।

अधीक्षण पुरातत्वविद डा. राजकुमार पटेल ने बताया कि म्यूजियम प्रभारियों को नए आदेश से अवगत करा दिया गया है। फोटोग्राफी पर लागू प्रतिबंध हटने से पर्यटकों का घूमने का अनुभव और बेहतर होगा।

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