Delhi Pollution दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ा AQI 400 के पार हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में। पराली के धुएं से बढ़ी मुश्किलें सीपीसीबी ने जताई राहत की कम संभावना। शनिवार को दिल्ली देश में सबसे अधिक प्रदूषित रही। इसके लिए प्रदूषण के स्थानीय स्रोत तो जिम्मेदार हैं हीं साथ ही हवा की दिशा पंजाब व हरियाणा से पराली का धुआं दिल्ली पहुंचने के अनुकूल बनी हुई है।
नई दिल्ली। कोहरे व स्मॉग के बीच दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। इस वजह से दिल्ली में शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) एक बार फिर 400 से अधिक पहुंच गया। इससे हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रही। साथ ही शनिवार को दिल्ली देश में सबसे अधिक प्रदूषित रही।
इसके लिए प्रदूषण के स्थानीय स्रोत तो जिम्मेदार हैं हीं, साथ ही हवा की दिशा पंजाब व हरियाणा से पराली का धुआं दिल्ली पहुंचने के अनुकूल बनी हुई है। इस वजह से दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी बढ़ी है।
दमघोंटू ही रहेगी हवा
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, वायु प्रदूषण से फिलहाल बहुत ज्यादा राहत मिलने की संभावना तो नहीं है लेकिन रविवार से मंगलवार तक तीन दिन हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रह सकती है। इससे आबोहवा दमघोंटू बनी रहेगी।
पूरे महीने जहरीली हवा में दिल्ली
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी 263 शहरों की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स 417 रहा, जो देश में सबसे अधिक है। इस माह अब तक तीन दिन हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रहा है। बाकी 13 दिन हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में थी।
एक दिन पहले भी दिल्ली का एयर इंडेक्स बेहद खराब श्रेणी में 396 था। शनिवार को वायु प्रदूषण के मामले में हरियाणा का जींद दूसरे व बहादुरगढ़ तीसरे स्थान पर रहा। जींद का एयर इंडेक्स 394 व बहादुरगढ़ का एयर इंडेक्स 388 रहा।
सीपीसीबी के अनुसार, शाम छह बजे दिल्ली के 37 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से नौ जगहों पर एयर इंडेक्स 450 से अधिक रहा। दिल्ली में शादीपुर में प्रदूषण सबसे अधिक रहा।
दिल्ली के वातावरण में प्रदूषण
दिल्ली के वातावरण में पीएम-10 का स्तर 399.3 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा जो मानक से चार गुना अधिक है। वहीं पीएम 2.5 का स्तर 263 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा, जो मानक से सवा चार गुना अधिक रहा। आईआईटीएम पुणे के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम के डाटा के शनिवार को दिल्ली के प्रदूषण में वाहन उत्सर्जन का योगदान 12.44 प्रतिशत रहा, लेकिन पिछले कुछ दिनों से प्रदूषण में पराली के धुएं की भागीदारी अधिक रही है।
पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं
15 नवंबर को प्रदूषण में पराली के वायु प्रदूषण में धुएं की भागीदारी 37.51 प्रतिशत थी। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के अनुसार, पराली जलाने की 739 घटनाएं दर्ज की गईं। जिसमें से पंजाब में 136, हरियाणा में 25, उत्तर प्रदेश में 46, राजस्थान में 52 व मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 480 घटनाएं हुईं।
एनसीआर के प्रमुख शहरों में गाजियाबाद, नोएडा व गुरुग्राम में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही। वहीं, ग्रेटर नोएडा व फरीदाबाद का एयर इंडेक्स खराब श्रेणी में रहा।
एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स
शहर
एक्यूआई
दिल्ली
417
गाजियाबाद
363
नोएडा
328
गुरुग्राम
320
ग्रेटर नोएडा
287
फरीदाबाद
255
दिल्ली में शाम छह बजे इन जगहों पर अधिक रहा एयर इंडेक्स
शादीपुर
464
जहांगीरपुरी
458
नरेला
457
बवाना
456
अशोक विहार
455
बुराड़ी
455
इहबास
455
वजीरपुर
452
मुंडका
451
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