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J&K Election 2024: मां वैष्णो धाम में लोकतंत्र के उत्सव की धूम, परिसीमन के बाद विधानसभा क्षेत्र का हुआ था गठन

जम्मू- कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। जम्मू- कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान होगा। परिसीमन के बाद बने मां वैष्णो देवी विधानसभा क्षेत्र में लोकतंत्र के उत्सव की धूम सुनाई दे रहा है। इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 56401 मतदाता हैं। इससे पहले यह क्षेत्र रियासी जिले का हिस्सा था।

 कटड़ा। जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर बिगुल बन चुका है और पहले चरण के के लिए चुनाव प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। देशभर के लिए श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र मां वैष्णो देवी के धाम में भी लोकतंत्र के उत्सव की गूंज सुनाई दे रही है।

परिसीमन के बाद मां वैष्णो देवी विधानसभा क्षेत्र का गठन हुआ और आस्था और जम्मू कश्मीर की सांस्कृतिक पहचान के केंद्र को अब राजनीतिक पहचान भी दी गई। पूर्व में यह विधानसभा क्षेत्र रियासी जिले का हिस्सा था।

तीसरा सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र

उत्तरी कश्मीर के एलओसी से सटे गुरेज और मचैल माता के क्षेत्र पाडर-नागसेनी के बाद मतदाताओं की संख्या के मामले में यह तीसरा सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र है पर अहमियत इस क्षेत्र की सबसे बड़ी है।

पर्यटन जम्मू कश्मीर की लाइफलाइन है और मां वैष्णो देवी का धाम दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करता है। नई परियोजनाओं के चलते कटड़ा और उसके आसपास क्षेत्र में विकास की रफ्तार बढ़ी है और बहुत उम्मीद है कि इसी वर्ष कटड़ा रेलमार्ग से कश्मीर से भी जुड़ जाएगा।

नई दिल्ली से कटड़ा एक्सप्रेस-वे के निर्माण, इंटर-माडल स्टेशन और अन्य सुविधाओं के विकास के चलते कटड़ा जम्मू कश्मीर की पर्यटन राजधानी के तौर पर विकसित होने की क्षमता रखता है। ऐसे में क्षेत्र के लोग मां वैष्णो देवी विधानसभा क्षेत्र को एक माडल विधानसभा क्षेत्र के तौर पर विकास की अपेक्षा रखते हैं।

इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 32 पंचायतें

श्री माता वैष्णो देवी विधानसभा क्षेत्र में कटड़ा नगरपालिका के अलावा कुल 32 पंचायतें हैं। इनमें कटड़ा ब्लाक से 12, पैंथल ब्लाक की 10 जबकि भामाग क्षेत्र से 10 पंचायतें शामिल है। इस तरह कह सकते हैं कि यह विधानसभा क्षेत्र मां वैष्णो देवी के धाम का विस्तार भर है।

यह है चुनाव कार्यक्रम

  • 29 अगस्त को अधिसूचना जारी होगी
  • 5 सितंबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे
  • 25 सितंबर को मतदान होगा

इन पार्टियों में मुख्य मुकाबला

मुख्य मुकाबला इस क्षेत्र में भाजपा बनाम कांग्रेस होने की संभावना है। ऐसे में दोनों दलों के नेता अपने मुद्दों को भुनाने के लिए सक्रिय दिख रहे हैं। हालांकि अभी प्रत्याशी घोषित नहीं हैं और दोनों दल फिलहाल चुनाव घोषणापत्र ओर प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में व्यस्त हैं।

ऐसे में इन दलों के दावेदार अभी टिकट के खींचतान में ज्यादा जोर लगा रहे हैं हालांकि ग्राउंड पर कार्यकर्ता सक्रिय हैं। भाजपा अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है पर कांग्रेस नेकां के साथ गठबंधन की संभावनाएं टटोल रही है।

कुल मतदाता-      56401

पुरुष मतदाता-     29618

महिला मतदाता-  26783

कुल मतदान केंद्र- 90

ग्रामीण-               83

शहरी-                 07

भाजपा के दावेदार

पूर्व विधायक बलदेव राज शर्मा के साथ ही जिला अध्यक्ष रोहित शर्मा टिकट की दौड़ में आगे दिखाई देते हैं। इनके अलावा वरिष्ठ भाजपा नेता शिवकुमार शर्मा भी टिकट की दावेदारी में शामिल हैं!

कांग्रेस के दावेदार

जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस के महासचिव राकेश वजीर, राजेश सदोत्रा, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अंबरीश मगोत्रा के साथ ही जिला कांग्रेस अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह जमवाल टिकट की दावेदारी में हैं।

भाजपा का रहा है वर्चस्व

पहले यह क्षेत्र रियासी विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा था और कुछ चुनावों में भाजपा वहां काबिज रही है। वर्ष 2008 व 2014 चुनाव में कांग्रेस को हराकर भाजपा ने जीत दर्ज की थी। इसके अलावा निकाय व पंचायत चुनाव में भाजपा ने दबदबा कायम रखा।

भाजपा यहां हुई विकास योजनाओं को भुनाने का प्रयास करती दिखती है। वहीं कांग्रेस बारीदरों के विरोध और को मुद्दा बनाने का प्रयास कर रही है। नई केवल कार परियोजना से कुछ व्यापारी खफा हैं। कांग्रेस उनको भुनाने का प्रयास कर रही है।