Skip to main content

जालीवुड म्यूजिक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सीमएडी जितेंद्र कुमार राजीव ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जितेंद्र पर लोगों को अमीर बनाने का सपना दिखाकर उनसे ठगी करने का आरोप है। 2022 से 2024 के बीच जितेंद्र ने लगभग 5 हजार लोगों को अपना शिकार बनाकर उनसे एक अरब रुपये ठगे। इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।

मुंगेर। रातों-रात अमीर बनने का सपना दिखाकर मुंगेर के अलावा खगड़िया, बेगूसराय, लखीसराय, भागलपुर, कोसी-सीमांचल के लगभग पांच हजार लोगों से एक अरब से ज्यादा की ठगी कर फरार होने वाला जालीवुड म्यूजिक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कथित सीमएडी जितेंद्र कुमार राजीव ने बुधवार की शाम कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इस दौरान पुलिस को सरेंडर की भनक तक नहीं लगी। कोर्ट ने सीएमडी को मंडल उप कारा भेज दिया। जितेंद्र को उप कारा के सामान्य वार्ड में रखा गया है। इस वार्ड में 20 बंदी पहले से है।

मंडल उप कारा से अब पुलिस सीएमडी को रिमांड पर लेने की तैयारी में है। दरअसल, जमालपुर प्रखंड के फुल्का निवासी जितेंद्र कुमार राजीव दिल्ली में रहकर रोजगार करता था। उसने 2019 में जालीवुड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाई। लॉकडाउन के दौरान 2020 में वह परिवार के साथ घर लौटा। शुरुआत में कंपनी में कम संख्या में लोग जुड़े थे। 2022 में जितेंद्र ने कंपनी को री-लांच किया और जमालपुर शहर में बड़ा कार्यालय खोला। इसके बाद एक-एक कर लोगों को जोड़ा।

विश्वास दिलाने के लिए भेजे पैसे

जितेंद्र महीने में उसकी कंपनी का वीडियो देखने के नाम पर लोगों को जोड़ता था। लोगों को कंपनी से जुड़ने की एवज में 1.31 लाख से लेकर 2.56 लाख रुपये वह लेता था। सभी को यह कहता था कि कंपनी आपको उम्र भर सात से 14 हजार रुपये पेंशन के रूप में देगी। आठ माह तक लोगों के खाते में सात से 14 हजार रुपये तक की राशि भी भिजवाई

स्थानीय होने के कारण लोगों ने जितेंद्र पर विश्वास कर लिया और देखते ही देखते चार वर्षों में मुंगेर के अलावा कई जिलों के लोग जुड़ने लगे। किसी ने लालच में आकर दो से ढाई लाख तो किसी ने 50 लाख से एक करोड़ तक कंपनी में लगा दिए। हर माह पैसे भी कथित कंपनी से जुड़े लोगों के खाते में आने लगे। कंपनी से जुड़े 50-60 लोगों को किस्त पर बाइक और 20-30 लोगों को कार भी दिलाई थी।

ठगी का शिकार हुए लोग

18 नवंबर को दर्ज हुआ था केस

17 नवंबर को जितेंद्र कार्यालय, फ्लैट और घर में ताला जड़कर फरार हो गया। पीड़ितों को इसकी भनक 18 नवंबर को लगी। इसके बाद दर्जनों पीड़ित जमालपुर थाना पहुंचे और केस दर्ज कराया। एक पीड़ित के आवेदन पर 82 लोगों ने हस्ताक्षर किए थे। जितेंद्र सहित सात लोगों को नामजद किया गया था।

इसमें से पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कंपनी में तैनात साफ्टवेयर इंजीनियर धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पुलिस को अहम जानकारी मिली थी। जमालपुर पुलिस ने उसके तीन एकाउंट को फ्रिज किया। कार्यालय, फ्लैट को सील करते हुए एक लग्जरी कार को जब्त किया। केस दर्ज के बाद पुलिस जितेंद्र सहित अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश बनाए हुए थी। पुलिस दबिश में आकर बुधवार की शाम जितेंद्र ने नाटकीय ढंग से कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट में सरेंडर करने के बाद पीड़ित लोगों में राशि मिलने की एक आस जगी है।

एसपी इमरान मसूद ने बताया कि जमालपुर थाना में जालीवुड नामक कंपनी पर केस दर्ज किया गया था। एक पीड़ित ने आवेदन दिया था। इसमें 82 लोगों ने हस्ताक्षर किए थे। केस दर्ज के बाद एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया। मुख्य आरोपित जितेंद्र कुमार राजीव ने सरेंडर किया है। पुलिस उसे रिमांड पर लेगी। यह पता लगाया जाएगा कि उसने कितने लोगों से ठगी की है। कितने का पैसा लेकर फरार हुआ था। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।