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बिजनौर के पूर्व विधायक शाहनवाज राणा को मंसूरपुर थाना पुलिस ने 14 साल पुराने बिजली चोरी के मुकदमे में गिरफ्तार कर लिया। शाहनवाज राणा के विरुद्ध न्यायालय से गैर जमानती वारंट जारी हुआ था क्योंकि वह कोर्ट में पेश नहीं हो रहे थे। शाहनवाज राणा वर्तमान में रालोद से जुड़े हुए हैं और उन्होंने 2007 में बिजनौर सदर सीट से बसपा के टिकट पर विधायक का चुनाव जीता था।

मुजफ्फरनगर। बिजनौर सदर विधानसभा के पूर्व विधायक शाहनवाज राणा को मंसूरपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 14 साल पुराने बिजली चोरी के मुकदमे में शाहनवाज राणा के विरुद्ध न्यायालय से गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। वह कोर्ट में पेश नहीं हो रहे थे। शाहनवाज राणा वर्तमान में रालोद से जुड़े हुए हैं।

यह है पूरा मामला

वर्ष 2010 में ऊर्जा निगम की टीमों ने फैक्ट्रियों पर बिजली चोरी को लेकर चेकिंग अभियान चलाया था। इसी दौरान शाहनवाज राणा की स्टील फैक्ट्री में बिजली चोरी पकड़े जाने पर अवर अभियंता ने मंसूरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। उसमें शाहनवाज राणा को नामजद किया गया था। 

मुकदमे में शाहनवाज राणा को पहले ही जमानत मिल चुकी है। यह मुकदमा अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या चार में विचाराधीन है। न्यायालय से कई बार शाहनवाज राणा के वारंट जारी किए गए थे, लेकिन वह पेश नहीं हो रहे थे। इसी के चलते गत 19 अक्टूबर को न्यायालय ने शाहनवाज राणा के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी किया था।

गुरुवार को मंसूरपुर थाना पुलिस ने मेरठ रोड स्थित आवास से शाहनवाज राणा को गिरफ्तार कर लिया। चिकित्सकीय परीक्षण कराने के पश्चात उनको न्यायालय में पेश किया गया। उनके अधिवक्ता आफताब कैसर का कहना है कि न्यायालय ने जमानत पर उनको रिहा कर दिया है। अब इस मुकदमे में छह दिसंबर की तिथि सुनवाई के लिए दी गई है।

समर्थकों की भीड़ पहुंची कचहरी, पुलिस रही सक्रिय

पूर्व विधायक शाहनवाज राणा को गिरफ्तार किए जाने की सूचना पर उनके समर्थकों की भीड़ कचहरी पहुंच गई। इस के चलते कचहरी में तैनात पुलिस सक्रिय हो गई। तमाम समर्थकों को कचहरी के मुख्य गेट पर ही रोक दिया। अंदर सिर्फ उन्हीं लोगों को जाने दिया, जिनको पास निर्गत किया गया था।

चाचा कादिर राणा हैं पूर्व सांसद

स्टील कारोबारी होने के साथ ही शाहनवाज राणा लंबे समय से राजनीति में भी सक्रिय हैं। वर्ष 2004 में वह कैराना लोकसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे। उसमें रालोद प्रत्याशी अनुराधा चौधरी जीती थीं। तत्पश्चात 2007 के विधानसभा चुनाव में वह बिजनौर सदर सीट से बसपा के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए। 

काफी समय से रालोद से जुड़े हुए हैं। उनके चाचा कादिर राणा पूर्व सांसद हैं और सपा में हैं। कादिर राणा की पुत्रवधू सुम्बुल राणा हाल ही में मीरापुर सीट के उपचुनाव में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ी हैं।