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Kolkata Doctor Case: RG कर अस्पताल में CISF की तैनाती, DIG प्रताप सिंह ने संभाली कमान

केंद्रीय अर्धसैनिक बल की एक टीम ने बुधवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का दौरा किया। सीआइएसएफ के डीआइजी के प्रताप सिंह ने कोलकाता पुलिस के अघिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आरजी कर अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था की विभिन्न बिंदुओं पर अस्पताल प्रशासन व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।

कोलकाता। उच्चतम न्यायालय द्वारा आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) की तैनाती के आदेश दिए जाने के एक दिन बाद बुधवार को केंद्रीय अर्धसैनिक बल की एक टीम ने अस्पताल का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। 

आरजी कर अस्पताल परिसर का किया निरीक्षण 

सीआइएसएफ के डीआइजी के प्रताप सिंह ने कोलकाता पुलिस के अघिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आरजी कर अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था की विभिन्न बिंदुओं पर अस्पताल प्रशासन व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।

9 अगस्त को सेमिनार हॉल में क्या हुआ?

एक अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी के प्रताप सिंह के नेतृत्व में सीआइएसएफ की टीम सुबह अस्पताल पहुंची। उन्होंने स्थानीय पुलिस और अस्पताल के अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था के बारे में वार्ता की। आरजी कर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के सेमिनार कक्ष में नौ अगस्त को ड्यूटी के दौरान एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक का शव मिला था। उसके साथ दुष्कर्म किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई।

घटना से पूरे देश में फैला गुस्सा

इस घटना से पूरे देश में रोष फैल गया। इस घटना के बाद अस्पताल में 14 अगस्त की आधी रात भीड़ ने प्रवेश कर आपातकालीन विभाग, नर्सिंग स्टेशन और दवा स्टोर में तोड़फोड़ की तथा सीसीटीवी कैमरों को भी नुकसान पहुंचाया। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को आरजी कर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में चिकित्सकों के कार्य पर लौटने के लिए सीआईएसएफ की तैनाती का आदेश दिया।

विरोध प्रदर्शन हुए

उच्चतम न्यायालय ने कहा कि इस क्रूर घटना और इसके विरोध में हुए प्रदर्शनों के बाद राज्य सरकार से यह अपेक्षा की गई थी कि वह कानून और व्यवस्था का उल्लंघन रोकने के लिए राज्य मशीनरी की तैनाती सुनिश्चित करेगी। शीर्ष अदालत ने कहा कि यह कदम बहुत जरूरी है, क्योंकि अस्पताल परिसर में हुए अपराध की जांच की जा रही है। हम यह नहीं समझ पा रहे हैं कि राज्य सरकार अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ की घटना से निपटने के लिए कैसे तैयार नही

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