जम्मू-कश्मीर के हर जिले में तैनात किए जाएंगे विशेष पुलिस पर्यवेक्षक, राजौरी में जंगल में आतंकी ठिकाना ध्वस्त
जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद से केंद्रीय निर्वाचन आयोग राज्य के सुरक्षा इंतजामों को लेकर हर जिले में विशेष पुलिस पर्यवेक्षक तैनात किए जाने की वकालत की है। आयोग ने लंबे समय से जुड़े अनुभवी और तेजतर्रार पर्यवेक्षकों की एक बैठक 22 अगस्त को दिल्ली में रखी है। इस दौरान आयोग उनके सामने चुनाव के दौरान आने वाली चुनौतियों को रखेगा।
जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद से केंद्रीय निर्वाचन आयोग राज्य के सुरक्षा इंतजामों को लेकर लगातार पैनी नजर बनाए हुए है। उसकी कोशिश है कि राज्य के सुरक्षा इंतजामों के साथ ही राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों को मुहैया कराने जाने वाली सुरक्षा को लेकर किसी तरह का सवाल या फिर विवाद खड़ा न हो। यही वजह है कि अब वह राज्य के प्रत्येक जिले में विशेष पुलिस पर्यवेक्षक की तैनाती देने पर विचार कर रहा है। माना जा रहा है कि जल्द ही इनकी तैनाती दे दी जाएगी।
आयोग ने लंबे समय से जुड़े अनुभवी और तेजतर्रार पर्यवेक्षकों की एक बैठक 22 अगस्त को दिल्ली में रखी है। इस दौरान आयोग उनके सामने चुनाव के दौरान आने वाली चुनौतियों को रखेगा। साथ ही उससे निपटने के लिए अपनाए जाने वाले तरीकों की भी जानकारी उन्हें देगा।
सूत्रों की मानें तो इसके बाद ही इन पर्यवेक्षकों की तैनाती का ऐलान किया जाएगा। ऐसे में इन पर्यवेक्षकों को चुनाव के दौरान पूरे समय अपने क्षेत्र में रहना होगा। साथ ही स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखना होगा।
राजौरी में जंगल में आतंकी ठिकाना ध्वस्त, तलाशी जारी
आतंकियों के विधानसभा चुनाव को बाधित करने के हर षड्यंत्र को सुरक्षाबल नाकाम कर रहे हैं। राजौरी जिले की दरहाल तहसील के सगरावत जंगल में मंगलवार को सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाने को ध्वस्त किया। इसके बाद जंगल में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान भी चलाया गया। आतंकियों का कोई सुराग तो नहीं मिला, लेकिन जंगल से सटे आबादी वाले इलाकों पर नजर रखनी शुरू कर दी है। जंगल में सुरक्षाबलों की गश्त जारी है।
बता दें कि सोमवार को जम्मू संभाग के ऊधमपुर के बसंतगढ़ के डुडु क्षेत्र में सुरक्षाबलों की गश्त के दौरान आतंकियों की गोलीबारी में एक सीआरपीएफ इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार बलिदान हो गए थे।
भाजपा ने राममाधव को बनाया जम्मू-कश्मीर का चुनाव प्रभार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से भाजपा में आए पार्टी के पूर्व महासचिव राममाधव लंबे समय बाद फिर सक्रिय दिखेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें जी कृष्ण रेड्डी के साथ जम्मू-कश्मीर का चुनाव प्रभारी बनाया है। ध्यान देने की बात है कि राममाधव लंबे समय तक राष्ट्रीय महासचिव के रूप में जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के राज्यों का प्रभार संभाल चुके हैं।
आरएसएस से आए राममाधव को पिछले संगठनात्मक बदलावों में राष्ट्रीय महासचिव नहीं बनाया गया था। वैसे वे इंडिया फाउंडेशन के प्रमुख के रूप में सरकार की नीतियों को दुनिया में प्रचारित करने का काम कर रहे थे। महबूबा मु्फ्ती की पीडीपी के साथ भाजपा की गठबंधन सरकार बनाने से लेकर जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लागू करने और अनुच्छेद-370 निरस्त होने के बाद राज्य की राजनीति में भाजपा की भूमिका तय करने में उनका अहम योगदान था।
संघ के विचारक और भाजपा के पदाधिकारी के रूप में उनकी कश्मीर में पकड़ है। ऐसे में उन्हें जिम्मेदारी दिया जाना रोचक है। लेकिन, उससे भी ज्यादा रोचक यह है कि उनकी सक्रियता ऐसे समय बढ़ रही है जब भाजपा में संगठनात्मक बदलाव होने हैं। संघ व भाजपा में समन्वय तेज किया जा रहा है।
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