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पीएम सूर्य घर योजना में लापरवाही, सात फर्मों को कारण बताओ नोटिस

PM Surya Ghar Yojana में बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस दिशा में काम न करने पर पंजीकृत 106 फर्मों में से सात को नेडा कार्यालय की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इससे पहले सोलर रूफटाप संयंत्रों की स्थापना में धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में एक कंपनी द्वारा यूपीनेडा में जमा की गई 2.50 लाख रुपये की बैंक गारंटी जब्त की गई थी।

 वाराणसी। पीएम सूर्य घर योजना को घर-घर पहुंचाने के लिए शासन-प्रशासन की ओर से लगातार कोशिश हो रही है। बिजली बिल से परेशान उपभोक्ताओं में भी इस ग्रीन ऊर्जा को लेकर ललक है लेकिन प्लांट लगाने के लिए तय कंपनियों पर जनता का विश्वास अभी जम नहीं पा रहा है। इस दिशा में काम न करने पर पंजीकृत 106 फर्मों में से सात को नेडा कार्यालय की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

इसमें अभिषेक इलेक्ट्रानिक, ओम सोलर साल्यूशंस, फिनटैक्स इंडिया सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, रहनी इंटर प्राइजेज, प्रभाकर शक्ति सोलर साल्यूशंस, आइएनएस सर्विसेज एंड सोल्यूशंस, यूनाइटेड ग्रीन इंटर प्राइजेज शामिल हैं।

कंपनी को किया गया डिबार

इससे पहले सोलर रूफटाप संयंत्रों की स्थापना में धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में वेंडर मैत्री श्री टेक्नो इंडस्ट्रीज द्वारा यूपीनेडा (उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण) में जमा की गई 2.50 लाख रुपये की बैंक गारंटी जब्त की गई थी। फर्म द्वारा लाभार्थियों के साथ किए अनुबंध से कम क्षमता का संयंत्र स्थापित किया था। इसे देखते हुए फर्म को 11 नवंबर 2024 तक के लिए डिबार किया गया है।

वहीं शासन से तय लक्ष्य 2500 सोलर रूफटाप संयंत्रों की स्थापना की दिशा में सात हजार से अधिक घरों में संयंत्र स्थापित करने का दावा किया जा रहा है।

कंट्रोल रूम से फीडबैक

विकास भवन में कंट्रोल रूम से रोज उपभोक्ताओं से फीडबैक लिया जा रहा है। कंपनियों की ओर से संयंत्र लगाने में देरी, सब्सिडी न मिलने व संयंत्र द्वारा जनरेट ऊर्जा का बिजली विभाग की ओर से समायोजन न करने पर कार्रवाई की जा रही है। प्रभारी अधिकारी नेडा संदीप विश्वास ने बताया कि पहले से शिकायतें कम हुई हैं। बिजली विभाग भी अब सहयोग कर रहा है।

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