बिहार लोक सेवा आयोग के अभ्यर्थियों ने रविवार को पटना में हुए लाठीचार्ज के बाद सोमवार को बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीना से मुलाकात की। मुलाकात के बाद अभ्यर्थियों ने बताया कि चर्चा संतोषजनक रही और मुख्य सचिव ने उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना। मुख्य सचिव ने उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार कर रही है और जल्द ही कोई निर्णय लेगी।
पटना। पटना में रविवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज हुआ था। इसके अगले दिन यानी कि सोमवार को 10 बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीना से मुलाकात की। इस दौरान, उन्होंने अपनी सारी चिंताओं के बारे में बातचीत की
मुलाकात के बाद अभ्यर्थियों ने बताया कि चर्चा संतोषजनक रही। मुख्य सचिव ने उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना। इसके साथ, मुख्य सचिव ने उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार कर रही है और जल्द ही कोई निर्णय लेगी।
मुख्य सचिव से मिला आश्वासन
प्रतिनिधिमंडल में शामिल अभ्यर्थियों में से एक बेतिया निवासी निखिल तिवारी ने कहा कि मुख्य सचिव के साथ बातचीत अच्छी रही। उन्होंने हमारी चिंताओं को गंभीरता से लिया और हमें आश्वासन दिया कि जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी ओर, मीडिया से बात करते हुए अभ्यर्थियों ने कहा कि उनका अगला कदम सरकार के निर्णय पर निर्भर करेगा। मुजफ्फरपुर के एक अभ्यर्थी सुभाष कुमार ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं देती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
सीएम नीतीश फिलहाल पटना से बाहर
कुमार ने आगे कहा कि सीएम नीतीश कुमार अभी पटना से बाहर हैं, इसलिए उनके लौटने के बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभी तक कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव ने हमारी मांगों को सुना है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है। सुभाष ने कहा कि जब तक सरकार कार्रवाई नहीं करती, तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेग
चिराग ने दी प्रतिक्रिया
दूसरों ओर, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी इस पूरे घटनाक्रम को देखते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर उन्होंने लिखा कि बिहार के युवाओं और बीपीएससी अभ्यर्थियों के मुद्दों को लेकर एनडीए सरकार के प्रमुख सहयोगी होने के नाते मैंने बिहार सरकार और माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की है।
चिराग ने आगे लिखा कि इसके परिणामस्वरूप सरकार की ओर से मुख्य सचिव (जो सरकार के सबसे बड़े अधिकारी होते हैं) ने अभ्यर्थियों और छात्रों के साथ संवाद की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
उन्होंने लिखा कि जल्द ही इस पहल के सार्थक परिणाम दिखेंगे। यह हमारी सरकार की सकारात्मक सोच और छात्रों के प्रति संवेदनशीलता का परिणाम है।
चिराग ने छात्रों से की अपील
- चिराग ने लिखा कि मैं अभ्यर्थियों से भी अपील करता हूं कि वे शांतिपूर्ण और रचनात्मक तरीके से अपनी बातों को सरकार के समक्ष रखें और किसी भी राजनीतिक व्यक्तियों के बहकावे में आने से बचें। यह मुद्दा पूर्ण रूपेण युवाओं के भविष्य और बिहार के विकास से जुड़ा है, जिसे राजनीति से ऊपर रखकर हल किया जाना चाहिए।
- हमारी पार्टी हर कदम पर युवाओं के साथ खड़ी है। कुछ राजनीतिक व्यक्ति और दल जो छात्रों को भटकाने का काम कर रहें है , ये गलत है। अपने राजनीतिक लाभ के लिए छात्रों का इस्तेमाल करना कतई उचित नहीं है। माननीय मुख्यमंत्री जी स्वयं इस मामले को लेकर सजग है, सरकार छात्रों की हर संभव मदद के लिए प्रयासरत है।
लाठीचार्ज को लेकर जताई नाराजगी
चिराग ने आगे लिखा कि पटना में हुए छात्रों पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन के इस्तेमाल का मैं कभी समर्थक नहीं रहा, पुलिस को संयम बरतना चाहिए। छात्र अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे हैं तो उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से समझा कर उनकी समस्याओं के निदान के लिए प्रयास करना चाहिए।
न कि उनपर लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल करना चाहिए। मैंने मुख्यमंत्री जी से इस बात को भी कहा है कि ऐसे पुलिस अधिकारी जो ऐसे कार्यों में संलिप्त पाए जाते हैं, उनपर भी कानून कार्रवाई की जानी चाहिए।
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