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फिरोजपुर के इच्छेवाला गांव में एक परिवार ने ईसाई धर्म अपनाने के बाद श्री गुटका साहिब और अन्य धार्मिक ग्रंथों का अपमान किया। उन्होंने इन ग्रंथों को एक बोरी में भरकर कूड़े के ढेर पर फेंक दिया। इस घटना से सिख समुदाय में आक्रोश फैल गया। सिख स्टूडेंट फेडरेशन के सदस्यों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।

फिरोजपुर। जिला फिरोजपुर के गांव इच्छेवाला में मतांतरण कर ईसाई बने एक परिवार ने बेअदबी करते हुए शुक्रवार को श्री गुटका साहिब व अन्य धार्मिक ग्रंथ और चित्र एक बोरी में भरकर गांव में कूड़े के ढेर पर फेंक दिए। सिख स्टूडेंट फेडरेशन के सदस्यों ने धार्मिक ग्रंथों को कूड़े में पड़े देखा तो आक्रोश फैल गया। बोरी में से एक परिवार का फोटो भी निकला।

सिख धर्म छोड़ने के लिए दिए थे 2 लाख

आक्रोशित लोग उस परिवार के घर जा पहुंचे। परिवार ने माना कि वे सिख धर्म छोड़कर मतांतरण कर ईसाई बन गए हैं। परिवार ने यह भी बताया कि पादरी ने उन्हें दो लाख रुपये की सहायता दी थी। परिवार ने बताया कि घर में हमेशा पैसों की तंगी के चलते कलह रहती थी, जिस कारण उन्होंने यह राशि लेकर धर्म परिवर्तन कर लिया है।

कचरे में फेंक दिए थे देवी-देवताओं के चित्र

पादरी के कहने पर ही उन्होंने सभी धार्मिक ग्रंथों व देवी-देवताओं के चित्र घर से बाहर निकालकर कचरे में फेंके हैं। इससे सिख संगठन के लोगों का आक्रोश और भड़क गय

वे परिवार के मुखिया से हाथापाई करने पर उतारू हो गए, पर परिवार के मुखिया के सामने उसकी पत्नी व बेटियां खड़ी हो गईं। इस बीच पुलिस मौके पर पहुंच गई और हालात को देखते हुए परिवार के मुखिया को तत्काल अपने साथ ले गई।

एफआईआर में अभी पादरी का नाम नहीं

डीएसपी डीएसपी सिटी सुखबिंदर सिंह ने बताया कि परिवार के मुखिया धरमिंदर सिंह के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है, परंतु दर्ज एफआईआर में अभी पादरी का नाम शामिल नहीं किया गया है।

सिख स्टूडेंट फेडरेशन के सदस्य थाने के बाहर जमा हो गए। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने आरोपित को किसी अन्य स्थान पर छोड़ दिया। गांव में तनाव को देखते हुए परिवार के दूसरे सदस्यों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

सत्कार कमेटी की चेतावनी

गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी के मुखिया लखबीर सिंह महालम ने पुलिस को चेतावनी दी कि पुलिस अकेले धरमिंदर सिंह पर पर्चा देकर मामला खत्म न करे, पूरे परिवार पर एफआईआर दर्ज हो, क्योंकि सभी ने धर्म परिवर्तन किया है।

साथ ही जिस पादरी ने परिवार को मतांतरण करने के साथ ही श्री गुटका साहिब, सिख व अन्य धर्म के ग्रंथों की बेअदबी करने के लिए उकसाया है, उसका नाम भी एफआईआर में शामिल किया जाए।

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