शिवसेना नेता दीपक केसरकर ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया था और यह भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर है कि वह उनका कद कैसे बरकरार रखते हैं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिंदे के योगदान को उचित मान्यता दी जानी चाहिए। वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता गिरीश महाजन ने भी एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है।
मुंबई। महाराष्ट्र चुनाव को काफी समय बीत चुका है। चुनाव के नतीजे आए हुए भी काफी समय हो गया लेकिन अब तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कोई घोषणा नहीं हो पाई है। महाराष्ट्र की राजनीतिक में इस वक्त कई चर्चाएं हो रही हैं।
इस बीच शिवसेना नेता दीपक केसरकर का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया था और यह भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर है कि वह उनका कद कैसे बरकरार रखते हैं।
केसरकर ने सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिंदे के योगदान को उचित मान्यता दी जानी चाहिए।
शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना, भाजपा और अजित पवार की एनसीपी वाली महायुति ने 20 नवंबर को हुए चुनावों में 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटें जीतीं, जिसके नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए। भाजपा 132 सीटों के साथ सबसे आगे रही, जबकि शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटें मिलीं।
CM रेस में देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे
दो बार मुख्यमंत्री रह चुके भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को शीर्ष पद के लिए सबसे आगे माना जा रहा है।
भाजपा पहले ही घोषणा कर चुकी है कि नया मुख्यमंत्री 5 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में शपथ लेगा।
भाजपा की सहयोगी शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को नई सरकार में उपमुख्यमंत्री पद दिए जाने की संभावना है।
केसरकर ने कहा, हमारे नेता ने पहले ही साबित कर दिया है कि कौन सही मायने में शिवसेना का प्रतिनिधित्व करता है। अब यह दिल्ली (भाजपा केंद्रीय नेतृत्व) पर निर्भर है कि वह उनका कद कैसे बनाए रखे। हम उस निर्णय में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।
शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को होगा- केसरकर
सरकार गठन में हो रही देरी पर उन्होंने कहा, शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को होना है। लेकिन कई बेबुनियाद अफवाहें फैलाई जा रही हैं। कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर एकनाथ शिंदे की इन देरी में कोई भूमिका नहीं है। भाजपा की आंतरिक चयन प्रक्रिया उनका मामला है। शिंदे पहले ही बता चुके हैं कि वे उनके द्वारा लिए गए किसी भी फैसले को स्वीकार करेंगे।
पूर्व राज्य मंत्री ने महायुति के भीतर असंतोष या मतभेद की खबरों को भी खारिज कर दिया और इन्हें विपक्ष द्वारा फैलाई गई गलत सूचना बताया।
केसरकर ने कहा, यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण जीत है, क्योंकि यह वर्षों के वोट ध्रुवीकरण के बाद मिली है। हमने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था और उनके योगदान को उचित मान्यता दी जानी चाहिए। विपक्षी नेता बहुत कम सीटें हासिल करने के बाद अब बहाने ढूंढ रहे हैं और अनावश्यक अटकलें लगा रहे हैं।
उन्होंने नेताओं और मीडिया से महायुति के बारे में अटकलें लगाने वाली टिप्पणियां करने से बचने को कहा।
उन्होंने कहा, तीनों दलों को एक साथ काम करने के लिए चर्चा की आवश्यकता होती है। यह सामान्य बात है। इसका मतलब यह नहीं है कि कोई भी नाराज है। शिंदे नाखुश नहीं हैं और गठबंधन पूरी तरह एकजुट है।
BJP नेता गिरीश महाजन ने की एकनाथ शिंदे से मुलाकात
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता गिरीश महाजन ने सोमवार को महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। शिंदे गले में संक्रमण और बुखार से पीड़ित थे, लेकिन अब उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
महाजन ने बताया कि मुलाकात के दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों पर चर्चा की, जो 5 दिसंबर को होना है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि महायुति गठबंधन के नेताओं के बीच कोई मतभेद नहीं है।
गिरीश महाजन ने शिंदे से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, मैं यहां एकनाथ शिंदे से मिलने आया हूं, जो पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ हैं। कोई नाराजगी नहीं है। हम एक घंटे तक साथ बैठे और बातचीत की। उन्होंने 5 दिसंबर की तैयारियों पर भी चर्चा की और मैंने भी कुछ विचार साझा किए। हमें राज्य के लोगों के लिए बहुत काम करना है और हम उनके लिए मिलकर काम करने जा रहे हैं।
- Log in to post comments