
महाराष्ट्र में विपक्षी नेता शिंदे सरकार पर लगातार हमला कर रहे हैं। अब एमवीए में सीट शेयर का फॉर्मूला तय हो गया है। विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने बताया कि जल्द ही एमवीए की पहली सूची जारी हो जाएगी। दानवे ने ये भी कहा कि भाजपा के लोग तो पहले ही हार मान चुके हैं और अब वो कम सीटों पर ही चुनाव लड़ेंगे।
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले ही सभी पार्टियों ने रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। विपक्ष लगातार शिंदे सरकार पर हमलावर रुख अपनाए हुए हैं। इस बीच अब एमवीए में सीट शेयर का फॉर्मूला तय हो गया है। विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने बताया कि जल्द ही एमवीए की पहली सूची भी जारी हो जाएगी।
सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय
मराठी समाचार चैनल एबीपी माझा से बात करते हुए दानवे ने कहा कि हमने 2019 में 60 सीटें जीती हैं। हम इससे भी आगे जाएंगे। उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के सहयोगियों- शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय हो गया है और अब उनकी पार्टी पहली सूची जारी करेगी।
कब आएगी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट?
दानवे ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव के लिए शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवारों की पहली सूची नवरात्रि के दौरान जारी हो सकती है।
दानवे ने आगे कहा,
हमें वास्तव में किसी को आधिकारिक तौर पर यह बताने की जरूरत नहीं है कि वे चुनाव लड़ेंगे। हमारे कई नेताओं ने पहले ही चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है।
भाजपा पर साधा निशाना
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव नवंबर में होने की संभावना है। सेना (यूबीटी) नेता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस सप्ताह की शुरुआत में छत्रपति संभाजीनगर का दौरा किया और मराठवाड़ा क्षेत्र की 46 में से 30 सीटें जीतने की बात कही। उन्होंने कहा कि मुझे यकीन नहीं है कि भाजपा मराठवाड़ा में 30 सीटों पर भी शायद ही चुनाव लड़ेंगे।
बता दें कि 2019 के चुनावों के बाद से मूल शिवसेना विभाजित हो गई है, पार्टी का नाम और उसका 'धनुष और बाण' चिह्न मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट के पास चला गया है। शिवसेना महायुति के सत्तारूढ़ गठबंधन में भागीदार है, जिसमें अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा और भाजपा भी शामिल हैं। दानवे दूसरे गुट, शिवसेना (यूबीटी) से हैं जिसका नेतृत्व उद्धव ठाकरे करते हैं।
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