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Landslide in Shimla: शिमला में बारिश का कहर, कई स्थानों पर भूस्खलन होने से सड़कें बाधित; भारी वाहनों की आवाजाही बंद

हिमाचल प्रदेश के शिमला में बारिश का कहर जारी है। कई स्‍थानों पर भूस्‍खलन होने से सड़कें बाधित हुई हैं। सड़कों पर भारी वाहनों की भी आवाजाही बंद कर दी गई है। लोगों के घरों के बाहर से पेड़ काटे जा रहे हैं। इससे पेड़ गिरने का खतरा कम रहेगा और लोगों की जान भी सुरक्षित रहेगी।

शिमला:- राजधानी शिमला में बारिश का कहर थमता नजर नहीं आ रहा है। गुरुवार को शहर में हुई बारिश से रात के समय काफी नुकसान हुआ। हिमलैंड व टालैंड के बीच में भूस्खलन होने से सड़क पूरी तरह से बंद हो गई थी।

ट्रैफिक की आवाजाही बंद

वहीं ट्रैफिक की आवाजाही भी बंद रही। सुबह के समय विभाग ने मशीनें व मजदूर लगाकर इस सड़क को खोल दिया था। वहीं शिमला कालका राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने के लिए विभाग के अधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। सुबह के समय तारादेवी बस अड्डे पर यहां भी भूस्खलन होने से ट्रैफिक पूरी तरह से बंद गया था। इस कारण सड़क मार्ग सुबह के समय काफी प्रभावित रहा। यहां पर मशीनें लगाकर ट्रैफिक को खोला गया।

लोअर टुटू में गिरे चार पेड़

राजधानी शिमला के उपनगर लोअर टुटू में एक घर के पास में चार पेड़ गिरने से बड़ा हादसा टल गया। स्थानीय लोगों की माने तो इन पेड़ों को पहले से की गिरने पहले से ही पेड़ों के गिरने की आशंका थी। इसलिए पेड़ों को बांध कर रखा था। पेड़ धीरे-धीरे करके गिरे, इससे लोगों को नुकसान से बचाया जा सका।

पेड़ गिरने से मंडरा रहा मौत का साया

स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि पेड़ों को बांध कर नहीं रखा होता तो कहीं घर इसकी चपेट में आ सकते थे। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इन पेड़ों को समय पर कटा दिया जाए ताकि लोगों के ऊपर पेड़ों के गिरने से मौत का जो साया मंडरा रहा है, उसे छुटकारा दिलाया जा सके। वहीं नगर निगम शिमला ने भी शहर में लोगों के घरों के लिए जो पेड़ खतरा बने हुए उन्हें काटने के लिए अपनी मुहिम को और तेज कर दिया है।

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