
महाराष्ट्र की राजनीति में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के संभावित गठबंधन को लेकर चर्चा तेज है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में दोनों भाइयों की तस्वीर छपने के बाद अटकलें और बढ़ गईं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि उन्हें बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना बनने का शौक नहीं है।
मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत एक अहम मोड़ पर पहुंच चुकी है। राज्य के राजनीतिक हलकों में जोर-शोर से चर्चा है कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे आने वाले वक्त में गठबंधन कर सकते हैं। बीते दिन शिवसेना के मुखपत्र सामना में दोनों भाईयों की तस्वीर भी छपी थी।
अखबार ने उद्धव ठाकरे के बयान को हेडलाइन बनाई थी, जिसमें उन्होंने गठबंधन के कयासों को लेकर कहा गया था कि जो जनता चाहेगी वही होगा। अब इस मामले पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस का एक बयान सामने आया है।
'बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना बनने का शौक नहीं'
दरअसल पत्रकारों ने उनके शिवसेना UBT और MNS के बीच संभावित गठबंधन को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने इसपर जवाब देने से इनकार कर दिया। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "मुझे 'बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना' बनने का कोई शौक नहीं है। दोनों पार्टी हैं, दोनों भाई हैं। अगर गठबंधन हो जाएगी तो हम प्रतिक्रिया देंगे।"
सीएम फडणवीस ने कहा, "तब तक, मीडिया को अटकलों का बाजार गर्म रखने दीजिए। मैं इस पर प्रतिक्रिया क्यों दूं? हम नहीं जानते कि उनके बीच वाकई में कितनी बातचीत हो रही है, लेकिन मीडिया में निश्चित तौर से से बहुत सारी बातें हो रही हैं। इसलिए फिलहाल मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा।"
क्यों लगाए जा रहे हैं कयास?
अप्रैल में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने फिल्म निर्देशक महेश मांजरेकर के यूट्यूब चैनल को दिए एक इंटरव्यू में शिवसेना-मनसे गठबंधन के बारे में इशारा किया था। उन्होंने तब कहा था, "हमारे विवाद और झगड़े बहुत छोटे हैं और किसी भी बड़े मुद्दे के लिए छोटे हैं, महाराष्ट्र बहुत बड़ा है।"
इसके बाद उद्धव ने भी गठबंधन की ओर इशारा करते हुए बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि जनता के मन में जो होगा वही होगा।
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