
औद्योगिक नगरी भिवाड़ी के डंपिंग यार्ड में एक महीने से कचरे में आग लगने से लोग परेशान हैं। जहरीले धुएं के कारण सांस लेना मुश्किल हो गया है। कूड़े में मीथेन गैस बनने से आग लग रही है। प्रशासन की उदासीनता से नाराज़ लोगों ने डंपिंग यार्ड पर ताला लगा दिया और प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की।
भिवाड़ी। औद्योगिक नगरी भिवाड़ी के रामपुर मुंडाना स्थित डंपिंग यार्ड में पिछले एक महीने से धधक रही कचरे की आग ने स्थानीय निवासियों का जीना मुहाल कर दिया है। जहरीले धुएं के गुबार ने आसपास की कालोनियों को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे लोगों का सांस लेना भी दूभर हो गया है।
आग का मुख्य कारण डंपिंग यार्ड में जमा कूड़े के पहाड़ों में मीथेन गैस का बनना बताया जा रहा है। प्लास्टिक और अन्य ज्वलनशील पदार्थों की मौजूदगी के कारण यह आग पलक झपकते ही भयानक रूप ले लेती है। समस्या से त्रस्त और प्रशासन की कथित उदासीनता से आक्रोशित लोगों ने शनिवार को डंपिंग यार्ड के गेट पर ताला लगाकर अपना विरोध जताया।
इलाके में घुटन और बेचैनी का माहौल
पिछले दो दिनों से आग ने विकराल रूप धारण कर लिया है, जिससे इलाके में घुटन और बेचैनी का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए प्रशासन से कई बार गुहार लगाई, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हुई है और उन्हें प्रदूषित वातावरण में रहने के लिए विवश होना पड़ रहा है।
स्थानीय निवासियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है और उन्होंने प्रशासन से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग की है ताकि उन्हें इस जहरीले धुएं से मुक्ति मिल सके।
नगर परिषद और रीको की दमकलें आग लगने की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचती हैं, लेकिन तब तक आग काफी फैल चुकी होती है, जिससे दमकलकर्मियों को आग बुझाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।
डंपिंग यार्ड के पास स्थित मंदिर के पुजारी जयशंकर पांडे ने बताया कि पिछले एक महीने से कचरे में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे आसपास के लोगों का स्वास्थ्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
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