
कैथल में पाकिस्तान के लिए जासूसी करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला कि वह पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी दानिश के संपर्क में था। युवक को हनीट्रैप के जरिए जासूसी के जाल में फंसाया गया। उसने नवंबर 2024 में करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते पाकिस्तान जाकर आईएसआई से संपर्क साधा था। पाकिस्तान ने उसे युवाओं को जोड़ने का काम सौंपा था।
कैथल: पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में हाल के दिनों में गिरफ्तार किए गए ज्यादातर आरोपित पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी दानिश के संपर्क में थे।
आरोपितों से पूछताछ में सामने आ रही जानकारी चिंता बढ़ाने वाली है। किसी को लालच से तो किसी को हनी ट्रैप के जरिये जासूसी के जाल में फंसाया गया।
फेसबुक पर शेयर की थी अवैध हथियारों की तस्वीरें
कैथल से गिरफ्तार 25 वर्षीय देवेंद्र ने अपने फेसबुक पेज पर अवैध हथियारों के साथ तस्वीरें साझा की थीं, जिसके बाद पुलिस ने जांच की तो उसका राज खुलता गया।
देवेंद्र ने बताया कि वह नवंबर, 2024 में करतारपुर कारिडोर के रास्ते पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गया था। वहां वह आईएसआई के संपर्क में आया।
पाकिस्तानी लड़की के साथ एक हफ्ते रहा था देवेंद्र
पाकिस्तानी एजेंट ने ही उसकी जान पहचान एक पाकिस्तानी युवती से कराई थी, जिसके साथ करीब एक सप्ताह तक रहा था। भारत लौटने के बाद भी वह लड़की के संपर्क में रहा था।
इसके बाद एजेंट के कहने पर उसने पटियाला आर्मी कैंप सहित अन्य स्थानों की फोटो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को भेजी। वह अपने फोन से स्नैपचैट व वॉट्सऐप पर बात करता था।
वह पटियाला के खालसा कॉलेज में एमए प्रथम वर्ष का छात्र है, लेकिन 11 मार्च से कॉलेज नहीं गया था। प्रिंसिपल डॉ. धरमिंदर सिंह ने कहा कि देवेंद्र का व्यवहार सामान्य था और उसकी गतिविधियों पर कोई शक नहीं हुआ।
युवाओं को जोड़ने का था टास्क
बता दें कि पाकिस्तानी जासूस देवेंद्र सिंह ढिल्लों के तीन बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। पाकिस्तान ने देवेंद्र को अपने साथ ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जोड़ने के लिए कहा था। पाकिस्तानी एजेंटों ने उसे विश्वास दिलाया हुआ था कि कभी भी पैसे की जरूरत हो तो मांग लेना।
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