Skip to main content

पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी सूट की बिक्री में भारी गिरावट आई है। गाजियाबाद में मुस्लिम महिलाओं ने इस सूट का बहिष्कार कर दिया है। पाकिस्तानी डिजाइन का सूट पहले बाजार में सबसे अधिक बिक रहा था। दुकानदारों का कहना है कि इस सूट का नाम बदला जाना चाहिए। बता दें कि ये पाकिस्तानी सूट के नाम से प्रसिद्ध महिलाओं की पोशाक भारत में ही बनती है।

गाजियाबाद। पाकिस्तानी सूट के नाम से चर्चित महिलाओं की पोशाक पाकिस्तान में ही नहीं भारत में भी खूब पसंद की जा रही थी। बाजार में यह सूट महिलाओं की पहली पसंद बन गया था। पहलगाम हमले के बाद इस सूट की बिक्री में कमी आई है।

मुस्लिम महिलाओं ने इस सूट का बहिष्कार कर दिया है। ऐसे में इस सूट बा बाजार ढेर हो गया है। हालांकि यह सूट पाकिस्तान से आयात नहीं होता है। भारत में इसका उत्पादन हो रहा है। वहीं, व्यापारी इस सूट का नाम बदलकर बेचने की कोशिश कर रहे हैं।

गाजियाबाद की किन बाजारों में बिकता था सूट?

गाजियाबाद के तुराबनगर, कैला भट्टा, ईस्लामनगर, घंटा घर, शहीद नगर, महाराजपुर, अर्थला, हिंडन विहार के बाजार में पाकिस्तान की सूट बिक रहे हैं। कैला भट्टा बाजार में यह सूट अधिक बिकता था। महिलाएं सबसे अधिक पाकिस्तानी सूट के नाम से चर्चित पोशाक खरीद रहीं थी।

सूट का डिजाइन पाकिस्तान से ज्यादा भारत में लोकप्रिय हो गया। इस सूट का लोकप्रिय बनाने में पाकिस्तानी अदाकाराओं की भी अहम भूमिका निभाई। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पाकिस्तानी अदाकारा हनिया आमिर पाकिस्तानी सूट पहनकर प्रचार करती नजर आती थी।

बदला जा सकता है सूट का नाम

पहलगाम हमले के बाद दुकानों पर यह सूट बिक तो रहा है, लेकिन इसकी मांग पहले से कम हो गई है। दुकानदार इरफान ने बताया कि लोगों में पाकिस्तान के प्रति भारी गुस्सा है। ऐसे में पाकिस्तानी सूट का डिजाइन बिकना कम हो गया है। जो माल उनके पास पहले से आया रखा है वह कुछ दिन बाद पूरी तरह बिकना बंद हो जाएगा।

पहलगाम हमले से पूर्व महिलाएं सबसे पहले पाकिस्तानी सूट मांगती थी, लेकिन अब कभी-कभी महिलाएं इस सूट को मांग रही हैं। दुकानदार नदीम ने बताया कि पाकिस्तानी डिजाइन का सूट अब बहुत कम बिक रहा है। इस सूट का उत्पादन भारत में ही हो रहा है। ऐसे में इस सूट का नाम बदला जाना चाहिए।

इस तरह का होता है पाकिस्तानी सूट 

पाकिस्तानी सूट में काटन, आर्गेंजा, शिफान, जार्जेट और सिल्क जैसी फैब्रिक का इस्तेमाल होता है। यह काटन और कम वजन का होता है। इनमें फुलकारी, पंछी, चिकनकारी, जरदोजी, कटदाना, गोटापट्टी, सिक्विन वर्क और ब्लाक प्रिंट जैसे डिजाइन बने होते हैं। पेस्टल शेड्स से लेकर ब्राइट कलर्स तक इस सूट में उपलब्ध हैं। सूट की कीमत 400 रुपये लेकर दो हजार रुपये तक है। अधिक कढ़ाई होने पर कीमत बढ़ जाती है।

News Category