
आगरा ब्यूरो चीफ सोनू शर्मा
गेहूं खरीद को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। इस पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताई। जिलाधिकारियों को रोज समीक्षा करने के निर्देश दिए। पीसीएफ केंद्रों को चालू कराने और खरीद की प्रतिदिन रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
गेहूं खरीद का हाल देखिए। मंडल में 1.50 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य है। 271 केंद्र खुले हैं, लेकिन खरीद महज 4509 टन हो सकी। प्रदेश में आगरा मंडल की खराब प्रगति पर मंगलवार को मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने नाराजगी जताई। चारों जिलों के डीएम को अगले 10 दिनों तक रोज समीक्षा के निर्देश दिए हैं।
4509 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद में मैनपुरी सबसे आगे रहा। जबकि फिरोजाबाद सबसे पीछे। आगरा व मथुरा की स्थिति संतोषजनक नहीं रही। मंडलायुक्त ने लक्ष्य पूर्ति में जुटने और टीमों को सक्रिय करने के निर्देश चारों जिलों के डीएम को दिए हैं। निष्क्रिय पड़े पीसीएफ केंद्रों को चालू कराने और खरीद की प्रतिदिन रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है
मंडलायुक्त सभागार में गेहूं खरीद संग कर करेत्तर व राजस्व वसूली की समीक्षा की गई। राजस्व वादों में आगरा व मैनपुरी रैकिंग सुधरी है। फिरोजाबाद व मथुरा में सुधार की जरूरत है। लंबित वादों के निस्तारण में मैनपुरी आगे रहा। 154 वाद निपटाए। जबकि आगरा में 17 वाद निस्तारित हुए। मंडलायुक्त ने सभी एडीएम, एसडीएम, तहसीलदारों की समीक्षा के निर्देश डीएम को दिए हैं।
मंडल में धारा 34 के 15653 वाद लंबित हैं। धारा 24 के एक वर्ष से लंबित वादों के तत्काल निस्तारण, धारा 67 में 5 वर्ष से अधिक समय लंबित वादों को अप्रैल में ही खत्म करने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने कहा राजस्व वादों के निस्तारण में जमीन की पैमाइश, जांच आख्या और रिपोर्ट सही ढंग से प्रस्तुत की जाए।
मंडलायुक्त ने 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती पर कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने और पुलिस व प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। बैठक में डीएम आगरा अरविंद मल्लप्पा बंगारी, डीएम मथुरा सीपी सिंह, डीएम फिरोजाबाद राकेश रंजन और डीएम मैनपुरी अंजनी सिंह आदि मौजूद रहे।
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