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लखनऊ ब्यूरो चीफ विनोद

बख्शी का तालाब स्थित मां चंद्रिका देवी मंदिर में प्रसाद न लेने पर दुकानदारों ने श्रद्धालुओं को पीटा था। मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

प्रसाद खरीदने से मना करने पर श्रद्धालुओं पर हमले की घटना के बाद मंगलवार को मां चंद्रिका देवी मंदिर परिसर में पीएसी तैनात कर दी गई। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है। श्रद्धालुओं से मारपीट की घटना ने पुलिस और मंदिर समिति की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना के चलते मंगलवार को श्रद्धालुओं की भीड़ भी कम रही

मां चंद्रिका मेला विकास समिति के महामंत्री अधिवक्ता अनुराग तिवारी ने बताया कि मंदिर के मुख्यमार्ग पर प्रसाद की दुकानों की भरमार है। श्रद्धालुओं को रोकना, प्रसाद खरीदने का दबाव बनाना आम बात हो गई है। इसी वजह से सोमवार को घटना हुई। मेला विकास समिति प्रशासन और पुलिस के साथ सहयोग कर रहा है। समिति बैठक करके डीएम के सामने सुरक्षा के संबंध में प्रस्ताव रखेगी।

जेल भेजे गए चार आरोपी
श्रद्धालुओं से मारपीट करने वाले चार दुकानदारों को मंगलवार को पुलिस ने डीसीपी कोर्ट में पेश किया। सोमवार को ही वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने चारों को हिरासत में लिया था। आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस टीम दबिश दे रही है।

आरोप : पीएसी ने नहीं की मदद
माल के शंकरपुर की रहने वाली महिला परिवार के साथ मंगलवार को मंदिर आई थीं। उनका चार साल का बेटा भटककर सुधन्वा कुंड के किनारे पहुंच गया। एक श्रद्धालु ने बच्चे को समिति कार्यालय के सामने बैठे पीएसी जवानों के पास पहुंचा दिया और लाउडस्पीकर से अनाउंस कराने को कहा। आरोप है कि पीएसी जवानों ने अनसुना कर दिया। बाद में स्थानीय लोगों की मदद से बच्चे को उसकी मां से मिलवाया गया।
लोग बोले, बंद हो मनमानी
जानकीपुरम निवासी अंजू मौर्या ने बताया कि प्रसाद की बिक्री मेला विकास समिति को अपने हाथों में ले लेनी चाहिए। इंदिरानगर निवासी मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि दुकानदार अभी भी जबरन प्रसाद खरीदने का दबाव बना रहे हैं। आलमबाग निवासी आशीष कश्यप कहते हैं कि स्थानीय होने की वजह से दुकानदार मनमानी करते हैं। पुलिस भी इन्हीं का पक्ष लेती है। दुकानदारों की मनमानी बंद होनी चाहिए।

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