
हरियाणा में 1200 स्कूलों में विद्यार्थी की संख्या की घट गई है। इसको लेकर कई शिक्षक शिक्षा मंत्री के रडार पर आ गए हैं। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने पत्र लिखकर शिक्षकों को बड़ी चेतावनी दे दी है। उन्होंने नामांकन बढ़ाने के लिए शिक्षा मंत्री ने सभी शिक्षकों को पत्र लिखा है। जीरो ड्रॉप आउट के साथ विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने का भी लक्ष्य दिया है।
चंडीगढ़। हरियाणा में पिछले कुछ वर्षों में 1200 सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या घटी है। विशेषकर उन स्कूलों में जहां पर कई शिक्षक पांच से लेकर 10 साल से कार्यरत हैं। जीरो ड्रॉप आउट के साथ विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही प्रदेश सरकार ने ऐसे शिक्षकों को चेतावनी दी है कि नामांकन में सुधार नहीं हुआ तो उनका स्थानांतरण उन स्कूलों में किया जाएगा, जहां कार्य अत्यधिक है।
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाने को लेकर स्नेहभरा पत्र लिखा है। यह पत्र हर स्कूल और शिक्षक तक पहुंच गया है। शिक्षा मंत्री ने प्रवेश उत्सव अभियान के तहत शिक्षकों को घर-घर पहुंचकर नए विद्यार्थियों को जोड़ने का आह्वान करते हुए 1200 स्कूलों में विद्यार्थियों के नामांकन में आई गिरावट पर चिंता जताई है।
नायब सरकार ने शिक्षकों को दे दी बड़ी जिम्मेदारी
पत्र में कहा गया है कि नामांकन बढ़ाने के लिए ग्राम पंचायतों, प्रभावशाली स्थानीय व्यक्तियों और सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लिया जाए। शिक्षक उन विद्यालयों का दौरा करें, जहां नामांकन में बढ़ोतरी हुई है। नामांकन बढ़ाने के लिए विशेष योजना तैयार करें और शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए लक्ष्य को पूरा करने के लिए शिक्षकों को जिम्मेदारी दें।
संतोषजनक नहीं है शिक्षकों का प्रदर्शन
राजकीय स्कूलों में प्रति विद्यार्थी खर्च 62 हजार रुपये से अधिक है, जिसमें 80 प्रतिशत केवल वेतन पर खर्च होता है। इससे विद्यार्थियों को अन्य सुविधाओं के लिए उतनी राशि नहीं मिल पाती है, जितनी अनिवार्य है। नामांकन में गिरावट के कई कारण हैं, जिनमें प्रमुख रूप से बोर्ड परीक्षा के परिणाम और शिक्षा की गुणवत्ता शामिल है।
शिक्षकों का प्रदर्शन भी संतोषजनक नहीं है और अतिरिक्त पाठ्यक्रम गतिविधियों और सामुदायिक भागीदारी भी नाम मात्र की है। हालांकि, राज्य के उच्च नामांकन वाले विद्यालयों में सक्रिय समुदाय सहभागिता और स्कूल प्रबंधन समितियों, ग्राम पंचायत व सामाजिक संस्थाओं का योगदान प्रशंसनीय है। गुरुग्राम, पानीपत और पंचकूला में छात्रों की संख्या में 10 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
वहीं, दूसरी तरफ शिक्षा विभाग पंचकूला के मुख्य कार्यालय में तैनात क्लर्क को विजिलेंस टीम ने फतेहाबाद कोर्ट परिसर में 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। फतेहाबाद के गांव चिंदड़ निवासी एक चपड़ासी भाल सिंह के कोर्ट केस में विभागीय जवाब देने के लिए आरोपित क्लर्क कुलदीप फतेहाबाद कोर्ट में आया था।
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