
पूर्णिया से एक बड़ी खबर सामने आई है। बिहार और झारखंड में ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों पर फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। नालंदा के रोशन मुखिया को गिरफ्तार किया गया है जिसने अपने सहयोगियों के साथ 10 ऑनलाइन परीक्षा केंद्र खोलकर फर्जीवाड़ा किया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया है
पूर्णिया। पूर्णिया के एक ऑनलाइन सेंटर से एसएससी की परीक्षा में फर्जीवाड़ा किए जाने के मामले की जांच की आंच अब बिहार एवं झारखंड के कई ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों तक पहुंच गयी है।
पुलिस ने बिहार एवं झारखंड के जिलों में अपने सहयोगियों के नाम दस ऑन लाइन परीक्षा केंद्र खोलकर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के सरगना नालंदा के रोशन मुखिया को गिरफ्तार कर लिया है।
इसके खुलासे से पुलिस से हतप्रभ है। बताया जाता है कि रोशन मुखिया अपने दो मुख्य सहयोगियों वैशाली के विवेक कुमार एवं शेखपुरा बरबीघा के गौरव उर्फ गौतम के साथ इस फर्जीवाड़ा के खेल को अंजाम दे रहा था।
पूर्णिया के ऑनलाइन सेंटर में रोशन मुखिया ने कटिहार के रहने वाले रोशन मंडल को अपना सहयोगी बनाया था। यहां रोशन मंडल के साथ रोशन मुखिया के ड्राइवर के नाम से ऑनलाइन सेंटर संचालित हो रहा था।
नालंदा का रोशन मुखिया वर्ष 2016 से इस फर्जीवाड़ा के खेल को अंजाम दे रहा है। उसके फर्जीवाड़ा के कारण श्रीराम इन्फोटेक ऑन लाइन सेंटर बिहारशरीफ ब्लैक लिस्टेड हो चुका है।
इसके बाद पटना स्थित स्प्रीग एजुकेशन ऑन लाइन सेंटर जो पूर्व के पटना के जगदेव पथ में स्थित था, ब्लैक लिस्टेड हो चुका है।
पूर्णिया में पूर्णिया डिजीटल ऑनलाइन सेंटर के अलावा उसने अयरप्पन ऑनलाइन सेंटर जो पटना के शिवपुरी में स्थित हैं, खोल रखा है।
इस केंद्र के संचालक पटना मौसम विभाग में पदस्थापित एक मौसम विज्ञानी हैं। पुलिस ने इसी ऑन लाइन केंद्र से रोशन मुखिया को कई छात्रों के चेक, उनके मूल प्रमाण पत्र, कई ब्लैक चेक जिस पर छात्रों के स्वजनों के हस्ताक्षर है एवं कई अन्य कागजात बरामद किया है।
रोशन मुखिया इसके अलावा सहरसा में अपने सहयोगियों के साथ ऑन लाइन परीक्षा केंद्र खोलने की तैयारी में था। इसके अलावा पटना में तीन अन्य ऑनलाइन केंद्र झारखंड के धनबाद एवं रांची में ऑनलाइन केंद्र भी उसने अपने सहयोगियों के नाम खोल रखा है।
रोशन मुखिया ने बताया कि उसके द्वारा जिन छात्रों को परीक्षा में पास कराने का ठेका लिया जाता था, उसके चेक एवं मूल प्रमाण पत्र बंधक के रूप में रख लिया जाता था। रोशन मुखिया वर्ष 2008- 09 में भी फर्जीवाड़ा के एक मामले में दिल्ली में जेल जा चुका है।
पटना के एक हॉस्टल में मिले थे चारों दोस्त
- बताया जाता है कि रोशन मुखिया, विवेक कुमार एवं गौरव तथा कटिहार का रहने वाला रोशन मंडल एक साथ पटना के एक हास्टल में रहते थे।
- यहीं उनके द्वारा इस फर्जीवाड़ा की योजना बनाई गयी और उसके लिए बिहार झारखंड के जिलों में ऑन लाइन परीक्षा केंद्र खोलकर उसे अंजाम देने की योजना तैयार की गयी।
- बिहार एवं झारखंड भर में इस गिरोह के पांच सौ से ज्यादा एजेंट सक्रिय है, जो छात्रों को उनके पास परीक्षा पास कराने के नाम पर लाते हैं।
ऑनलाइन परीक्षा केंद्र के माध्यम से फर्जीवाड़ा कर देश भर में आयोजित होनेवाली कई प्रतियोगिता परीक्षा में पास कराने का खेल मामले की जांच का दायरा जैसे- जैसे आगे बढ़ रहा है, वैसे वैसे कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने नालंदा के जिस रोशन मुखिया को गिरफ्तार किया है, उसके द्वारा बिहार एवं झारखंड में कई ऑनलाइन परीक्षा केंद्र अपने सहयोगियों के नाम से खोल फर्जीवाड़ा किए जाने की बात सामने आई है। इसकी गंभीरता से जांच की जा रही है। कार्तिकेय. के शर्मा, पुलिस अधीक्षक, पूर्णिया।
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